कोटद्वार मेयर ने की बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम की महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि पिछले दिनों बारिश से जहां लोगों के घरों में पानी घुस गया था, वहीं खेतों में पानी व मलबा घुसने से धान की फसल खराब हो गई है। घरों व खेतों में पानी के साथ मलबा घुसने से लोगों का काफी नुकसान हुआ है। मेयर ने नुकसान की भरपाई के लिए पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल को ज्ञापन प्रेषित किया गया है।
महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि विगत दिनों आई भारी बारिश ने कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र के तेलीस्रोत, गवालगढ़ स्रोत, सिम्बलचौड़, नंदपुर, कोटला, लोकमणिपुर, ग्रास्टनगंज, लालपानी, सनेह, हल्दूखाता, झंडीचौड, मगनपुर, उदयरामपुर, शीतलपुर, बलभद्रपुर आदि गांवों में भारी तबाही मचाई थी। बारिश से लोगों को काफी नुकसान हुआ है। महापौर ने कहा कि बारिश को पानी लोगों के घरों में घुस गया, जिस कारण लोगों को अधिकांश सामान खराब हो गया है। इसके अलावा सम्पर्क मार्ग एवं बाढ़ सुरक्षा दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं जल भराव के चलते खेतों एवं गूलों में मलवा भर गया है। जिससे किसानों को नुकसान हुआ है। महापौर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, सिंचाई मंत्री से बाढ़ प्रभावितों को उचित मुआवजा दिये जाने एवं बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता इतजाम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में धनराशि दिये जाने की मांग की है।
बॉक्स समाचार
मेयर ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने मंगलवार को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया गया। मेयर ने कहा कि बारिश के कारण लोगों का काफी नुकसान हुआ है।
मेयर ने कहा कि कई बार शासन-प्रशासन को बरसात से पहले ही बाढ़ सुरक्षा कार्यों को करवाये जाने की मांग की गई थी, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। जिसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके अथक प्रयासों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा दीवारों का निर्माण करवाया गया था, लेकिन नदियों में अनियंत्रित एवं बेतरीब ढंग से किये गये खनन से बाढ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। खनन करने वालों ने सुरक्षा दीवारों की बुनियाद तक खोद डाली है। उन्होंने कहा कि अभी भी समय पर बाढ़ सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं किये गये तो आने वाली बरसात में कोटद्वार भाबर में तबाही मचने की संभावना बनी हुई है।