कोटद्वार में वर्डफ्लू का कहर: 6 और पक्षी मिले मृत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार में बुधवार को अलग-अलग स्थानों पर 6 पक्षी मृत अवस्था में जमीन पर पड़ी हुई मिली। जिसमें कबूतर, घुघती, कौआ व जंगली बेवलर शामिल है। वन विभाग ने तीन पक्षियों कबूतर, घुघती, जंगली बेवलर के सैंपल को जांच के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित लैब में जांच के लिए भेज दिया है। जबकि अन्य को कब्जे में ले लिया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना कि गाइड लाइन के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
कोटद्वार में पक्षियों के मरने का सिलसिला जारी है। बुधवार को अलग-अलग जगह छ: पक्षियों की मौत हो गई। जिसमें एक कबूतर डिफेंस कॉलोनी नजीबाबाद रोड में घर की छत में मरा हुआ मिला। एसजीआरआर पदमपुर में एक घुघती मरी हुई मिली। इसी तरह लालपानी में एक कौवा और एक जगंली बेवलर मृत मिला। इसके अलावा भी दो पक्षियां अलग-अलग स्थानों पर मृत पाई गई। कोटद्वार में पिछले आठ जनवरी से लगातार पक्षियों की मौत हो रही है। जिस कारण लोगों में भय बना हुआ है। बुधवार को वन विभाग को डिफेंस कॉलोनी नजीबाबाद रोड, एसजीआरआर पदमपुर, लालपानी सहित अन्य स्थानों पर छ: पक्षियों के मरने की सूचना मिली। सूचना पर वन विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर पक्षियों के शवों को कब्जे में लिया। वन क्षेत्राधिकारी कोटद्वार रेंज शीतल वैध ने बताया कि बुधवार को कबूतर, घुघती, कैवा और जंगली बेवलर प्रजाति की छ: पक्षियां डिफेंस कॉलोनी नजीबाबाद रोड, एसजीआरआर पदमपुर, लालपानी अन्य स्थानों पर मृत मिली। उन्होंने बताया कि कबूतर, घुघती और जगंली बेवलर के सैंपल को जांच के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भेज दिये गये है।
ज्ञातव्य हो कि विगत 8 जनवरी को नगर निगम के वार्ड नंबर 16 सिताबपुर में मछली मार्केट के पास नाले में चार कौवों के शव स्थानीय लोगों ने देखे थे। लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन और पशुपालन विभाग को दी थी। सूचना पर मौके पर उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा, तहसीलदार विकास अवस्थी, पशु चिकित्साधिकारी कोटद्वार डॉ. बीएम गुप्ता टीम के साथ पहुंचे थे। प्रशासन ने चार पक्षियों के शव को सील कर जांच के लिए भोपाल मध्य प्रदेश स्थित भोपाल स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भेजे गए थे। जिसमें से दो सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। प्रशासन ने गत मंगलवार को सिताबपुर के एक किलोमीटर दायरे को संक्रमित जोन घोषित कर दिया था। इस क्षेत्र में किसी भी पक्षी प्रजाति के जीव का लाया अथवा ले जाया जाना पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। इस क्षेत्र में मछली और मुर्गा की दुकानें अग्रिम आदेश तक पूरी तरह से बंद रहेगी। इसके अलावा 10 किलोमीटर क्षेत्र को सर्विलांस जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र की कड़ी निगरानी की जाएगी। इस क्षेत्र में भी अंडा सहित पोल्ट्री से संबंधित दुकानें अग्रिम आदेशों तक बंद रहेगी।