कोटद्वार में फिर टेंशन: भाबर में भी मिला कोरोना पॉजिटिव, परिवार के पांचों परिजन को लाए बेस हॉस्पीटल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में कोरोना कोविड-19 वायरस लगातार टेंशन बढ़ाता चला जा रहा है। कोटद्वार की पॉश कॉलोनी गोविन्द नगर निवासी जिला पंचायत मार्केट के व्यापारी व उसकी माँ के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर जहां कोटद्वार में लोकल संक्रमण का खतरा बना था उस पर अब एक और मामला नगर निगम के भाबर क्षेत्र में भी आ गया है। यह मामला भी लोकल संक्रमण का जरिया बन सकता है। प्रशासन ने भाबर क्षेत्र के सत्तीचौड़ के स्थानीय निवासी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर उसके पांच परिजनों को संदिग्ध मानते हुए मंगलवार सायं बेस हॉस्पीटल कोटद्वार में भर्ती कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक द्वारा बताया गया कि सत्तीचौड़ निवासी 58 वर्षीय एक व्यक्ति को विगत 25 मई को चोट लगी थी। व्यक्ति को परिजन पिछले तीन-चार दिन पहले एम्स ऋषिकेश ले गये थे। एम्स में व्यक्ति का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया। बीती सोमवार रात को व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिससे स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार सांय को व्यक्ति के परिवार के पांच सदस्यों को राजकीय बेस अस्पताल के कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर दिया है। जबकि व्यक्ति के दो बेटे उसके साथ एम्स ऋषिकेश में ही है। 26 मई को उनकी पुत्री उन्हें देखने मुरादनगर उत्तर प्रदेश से कोटद्वार आई थी। बेस चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीसी काला ने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के परिवार के पांच सदस्य वर्तमान में कोटद्वार में मौजूद हैं, जिन्हें अस्पताल के कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर दिया है। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा जायेगा। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि उन्हें कोरोना है या नहीं। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें अस्पताल में रखा जायेगा।
सामुदायिक संक्रमण का खतरा
जिस व्यक्ति में कोरोना वायरस पाया गया है वह व्यक्ति कोटद्वार में ही निवास करता है। उसमें कोरोना वायरस ने कहां से प्रवेश किया, इसकी पुष्टि उनकी मुरादनगर से आई बेटी एवं अन्य सदस्यों की रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी और यदि उनके परिजनों में कोरोना की पुष्टि नहीं होती है तो भी यह और चिंताजनक मसला बन जाता है। क्योंकि जब व्यक्ति को चोट लगी थी तो निश्चित रूप से उनकी बेटी के साथ उनके अन्य परिजन एवं ईष्ट मित्र भी उनकी कुशलछेम पूछने आये होगें। इस प्रकार व्यक्ति में कोरोना वायरस के प्रवेश के संवाहक को ढूढ़ने के लिए सभी मिलने वालों की सूची बनाया जाना जरूरी है। यदि यह नहीं होता है तो निश्चित रूप से समाज के अंदर कोई न कोई व्यक्ति तो कोरोना वाहक बना हुआ है। जिससे पूरे समाज को खतरा हो सकता है।
प्रशासन को कोरोना संक्रमण रोकने के लिए गंभीरता बरतनी होगी
कोटद्वार में तीन स्थानीय व्यक्तियों सहित एक प्रवासी व्यक्ति में कोरोना वायरस पाये जाने पर पूरा क्षेत्र संक्रमण की दहलीज पर खड़ा दिखाई दे रहा है। कोटद्वार क्षेत्र के गाड़ीघाट, गोविन्दनगर, मार्केट एवं भाबर क्षेत्र के सत्तीचौड़ में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर यह बात कही जा सकती है कि स्थानीय होने के नाते कोरोना पॉजिटिव लोगों से कई लोगों की अनजाने में मुलाकात हुई होगी। हालांकि इन तीनों मामलों में कोरोना वायरस बाहर से आना प्रशासन मान रहा है। प्रशासन मान रहा होगा कि गोविन्दनगर में माँ-बेटा मिला कोरोना वायरस माँँ के फरीदाबाद हरियाणा से आने के बाद संक्रमण के कारण हुआ है। जबकि वह सत्तीचौड़ में व्यक्ति पर वायरस संक्रमण उनकी बेटी के मुरादनगर से आने के कारण संक्रमित हुआ मान रहा होगा। जबकि चौथा गाड़ीघाट निवासी व्यक्ति के स्वयं ही दिल्ली से चलकर कोरोना को लेकर आना माना रहा होगा। बावजूद इसके कोरोना के स्थानीय संक्रमण के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए प्रशासन को इन मामलों में गंभीरता बरतनी होगी।