कोटद्वार प्रशासन की छापेमारी के बावजूद कोटद्वार से यूपी जा रहे है अवैध खनन के डंपर, 10 और डंपर सहित एक खनन भंडारण सीज
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखण्ड शासन द्वारा प्रदेश से दूसरे प्रदेश में वैध आरबीएम (उपखनिज) पर प्रतिबन्ध लगाने के बाद और स्थानीय प्रशासन द्वारा छापेमारी करने के बावजूद भी कोटद्वार से अवैध खनन से भरे डंपरों का धड़ल्ले से उत्तर प्रदेश जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। प्रशासन की छापेमारी में आज बुधवार को भी अवैध खनन से लदे 10 डंपर सीज किये गये। जबकि अवैध भंडारण करने वालों के हौंसले भी प्रशासन को आंखे दिखा रहे है। गुस्साये प्रशासन ने इस मामले में एक सीज भंडारण को बिना अनुमति के भंडारण करते हुए पाये जाने पर पुन: सीज कर दिया है।
अवैध खनन को लेकर सख्त स्थानीय प्रशासन लगातार अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए अभियान चला रहा है। वावजूद इसके बुधवार को प्रशासन की टीम ने बीईएल रोड पर अवैध खनन ले जाने में संलिप्त 10 ट्रक पाऐ गये जबकि एक सीज चल रहा खनन भण्ड़ारण बिना अनुमति के भण्ड़ारण करता हुआ पाया गया। प्रशासन की कार्यवाही से अवैध खनन कारियों में हड़कंप मचा हुआ है। हैरानी की बात यह है कि जिस स्टॉक को प्रशासन ने सीज किया है उसे प्रशासन ने पूर्व में भी सीज किया था। अवैध खनन कारियों के हौंसले इतने बुलन्द है कि स्टॉक सीज होने के बावजूद भी उसका संचालन किया जा रहा है। बता दें कि पूर्व में अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी कोटद्वार ने राजस्व विभाग, वन विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया था। पिछले एक सप्ताह से प्रशासन की टीम लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। इसके बावजूद भी कोटद्वार की मालन, सुखरौ और खोह नदी में अवैध खनन नहीं रूक रहा है। रात के समय उक्त नदियों से टै्रक्टर ट्रालियों के माध्यम से अवैध खनन कर भंडारण में स्टॉक किया जा रहा है। इसके बाद डंपरों के माध्यम से अवैध खनन को उत्तर प्रदेश भेजा जा रहा है। बुधवार को उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने प्रभारी तहसीलदार विकास अवस्थी सहित टीम के साथ बीईएल रोड पर छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान टीम ने अवैध खनन से लदे 10 डंपर सीज कर दिये। साथ ही एक अवैध भंडारण को भी सीज किया। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि अभियान के दौरान अवैध खनन परिवहन करने पर दस डंपर सीज किये है। इस दौरान पूर्व में सीज किया गया एक खनन भंडारण को संचालित करते हुए पाया गया। इस भंडारण में पूर्व से ज्यादा स्टॉक पाया गया। जिस पर उसे भी पुन: सीज कर दिया है। उपजिलाधिकारी ने बताया कि अब तक अब तक 27 टै्रक्टर ट्रालियों व डंपरों को अवैध खनन के परिवहन में सीज किया गया है। अवैध खनन के खिलाफ छापेमारी अभियान जारी रहेगा।
दैनिक जयन्त ने किया था खुलासा
उत्तराखण्ड शासन द्वारा नई खनन नीति के तहत प्रदेश से वैध खनन को भी दूसरे प्रदेश ले जाने पर रोक लगा रखी है। जिसके तहत कोटद्वार से दूसरे प्रदेश के लिए अवैध तो अवैध वैध भी खनन भी निर्यात नहीं किया जा सकता है। बावजूद इसके कोटद्वार की नदियों में खनन बंद होने के बावजूद चोरी छिपे टै्रक्टर ट्रालियों से अवैध खनन का भंडारण कर उसे डंपरों के माध्यम से दूसरे प्रदेश में धड़ल्ले से पहुंचाया जा रहा है। इस बात का खुलासा दैनिक जयन्त समाचार पत्र एवं दैनिक जयन्त न्यूज डॉट कॉम पोर्टल पर होने के बाद पूर्व राज्यमंत्री धीरेन्द्र प्रताप द्वारा जिलाधिकारी पौड़ी व मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन को संज्ञान लेने के लिए कहा था। जिस पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिसके तहत अब तक 27 टै्रक्टर ट्रालियों व डंपरों को स्थानीय प्रशासन द्वारा सीज किया गया है। बावजूद प्रशासन की कार्यवाही के अभी भी लगातार खुल्लेआम कौड़िया चेक पोस्ट से रोजाना कोटद्वार की निदियों से चोरी किये अवैध खनन से लदे सैकड़ों डंपर उत्तर प्रदेश को जा रहे है।
ओवर लोड डंपरों के कारण कोटद्वार-नजीबाबाद हाईवे पर गड्ढे ही गड्ढे
कोटद्वार की नदियों से ओवर लोड अवैध खनन के डंपर और ट्रकों की बेलगाम आवाजाही से कोटद्वार कौड़िया बैरियर से जाफराबाद तक नजीबाबाद हाईवे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस मार्ग पर ओवर लोड डंपरों के जाने से जगह-जगह भारी से भारी गड्ढे बन गये है। वहीं कई जगह सड़क उखड़ गई है। जिससे इन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही में भारी दिक्कतें आ रही है। इस मार्ग पर चलने वाले अवैध खनन के लदे ओवर लोड डंपर भी कई बार इन गड्ढ़ों से क्षतिग्रस्त हुए है। जिससे आज भी कोटद्वार जाफराबाद के बीच में कई जगह डंपरों के क्षतिग्रस्त होने के कारण उनमें लदा अवैध खनन मार्ग के किनारे देखा जा सकता है।