कोटद्वार प्रशासन की मिलीभगत से मानको के विपरीत संचालित स्टोन क्रेशर सीज, कोटद्वार खूनीबड़ में अवैध खनन भंडारण के खिलाफ लोगों ने खोला मोर्चा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में अवैध खनन व क्रशर संचालित करने में मानकोंं की अनेदखी करने पर एक मामले में प्रशासन को हाईकोर्ट ने जोर का झटका दिया है। खनन विभाग और प्रशासन की लीपापोती के बावजूद कोटद्वार तहसील के अंतर्गत मानकों के विरूद्ध संचालित स्टोन क्रशर को हाईकोर्ट के दबाव में प्रशासन ने सीज करने का हलफनामा दिया है। उधर कोटद्वार तहसील के उपजिलाधिकारी ने कहा कि हाईकोर्ट में जिस स्टोन क्रशर की सुनवाई चल रही है उसके निकासी पोर्टल को एक सप्ताह पूर्व ही बंद कर दिया गया है।
शुक्रवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि कुमार मलिमथ व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ में कोटद्वार निवासी देवेन्द्र सिंह अधिकारी की जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। याचिका में कहा गया था कि कोटद्वार में राजाजी नेशनल रिजर्व फारेस्ट में सिद्धबली क्रेशर लगाया गया है। यह स्टोन क्रशर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जारी गाइडलाइन को पूरा नहीं करता है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी गाइडलाइन में कहा है कि कोई भी स्टोन क्रेशर नेशनल पार्कों के दस किलोमीटर एरियल डिस्टेंस के भीतर स्थापित नहीं किया जा सकता है, जबकि यह स्टोर क्रेशर साढ़े छ: किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूर्व में सरकार ने अपनी रिपोर्ट पेश कर कहा था कि यह स्टोन क्रेशर सड़क से 13 किलोमीटर दूर है, जिस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया था कि दूरी मापने के लिए एरियल डिस्टेंस है न कि सड़क से। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सरकार ने कोर्ट को बताया कि स्टोन क्रेशर बंद कर दिया गया है। स्टोन क्रशर संचालक ने आपत्तियों के निपटारे के बाद क्रशर खोलने की अनुमति मांगी तो कोर्ट ने इंकार कर दिया।
कोटद्वार खूनीबड़ में अवैध खनन भंडारण के खिलाफ लोगों ने खोला मोर्चा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम के वार्ड नंबर 27 खूनीबड़ के लोगों ने अवैध खनन भंडारण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लोगों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर भंडारण स्वामी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होंने कार्यवाही न होने पर सोमवार से भंडारण स्थल पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी अवैध खनन भंडारण का खेल धड़ल्ले से चल रहा है।
पार्षद कमल सिंह नेगी के नेतृत्व में खूनीबड़ के लोग शनिवार को तहसील पहुंचे। उन्होंने अवैध खनन भंडारण के खिलाफ भंडारण स्वामी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। पार्षछ कमल नेगी ने कहा कि तमाम कोशिशों के बाद भी कोटद्वार में अवैध खनन पर रोक नहीं लग पा रही है। खनन माफिया बेखौफ तरीके से नदी से रेत और पत्थर चोरी करने में लगे हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के अलावा ट्रक व डंपरों के जरिए रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खूनीबड़ में भी अवैध खनन भंडारण किया जा रहा है। इसकी शिकायत पूर्व में कई बार तहसील में की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भंडारण स्थल का तहसीलदार ने मौका मुआयना किया था, लेकिन अभी तक भंडारण स्वामी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जिससे भंडारण स्वामी के हौंसले बुलंद है। उन्होंने कहा कि दिन-रात अवैध भंडारण किया जा रहा है। जिससे शासन को लाखों रुपए राजस्व का घाटा हो रहा है। ज्ञापन देने वालों में पार्षद कमल नेगी, प्रतिभा असवाल, मिवला देवी, लक्ष्मी देवी, गणेश चन्द्र, राकेश कुमार, विकास जुयाल, जसराम जोशी, अमन नेगी आदि शामिल थे।