कोटेश्वर-झंडीधार पेयजल योजना से आपूर्ति न होने पर भड़के ग्रामीण
नई टिहरी। कोटेश्वर-झण्डीधार पेयजल योजना से अनियमित जलापूर्ति से आक्रोशित ग्रामीणों ने बीडीओ के माध्यम से डीएम को ज्ञापन प्रेषित किया है। ग्रामीणों का कहना है कि जल संस्थान की ओर से पेयजल योजना को अपने हाथ मे लिए जाने के बाद नियमित जलापूर्ति पूरी तरह ठप्प हो गयी है। ग्रामीणों ने जलापूर्ति तत्काल सुचारु न होने पर ब्लॉक मुख्यालय में सांकेतिक धरना तथा उसके बाद कलक्ट्रेट में क्रमिक अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है। भागीरथी नदी पर पौडीखाल क्षेत्र की 25 ग्राम पंचायतो व 55 तोकों के लिए कोटेश्वर-झण्डीधार पेयजल योजना का निर्माण जल निगम देवप्रयाग ने किया गया था। जनवरी माह में यह पेयजल योजना जल संस्थान को सौप दी गयी। ग्रामीणों का कहना है कि जल सस्थांन के हाथो में आते ही कई गाँवों में जलापूर्ति जहां ठप्प पड़ी है, वहीं कई गांवो में प्रदूषित पानी पहुंच रहा है। जिसमे मिट्टी व लकड़ी के टुकड़े आने से ग्रामीण पेयजल का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहा कि कई जगह जान बूझकर पेयजल लाइनों व टैंको को क्षतिग्रस्त कर टैंकरों से पानी पहुंचाकर ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं जलापूर्ति के बिना ही कई ग्राम पेयजल समितियों को बिल दिये जा रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने शीघ्र पेयजल योजना से जलापूर्ति सुचारु न किये जाने पर 16 सितम्बर से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में पूर्व प्रमुख जयपाल पंवार, पूर्व प्रमुख मगन सिंह बिष्ट, अरविंद सजवाण, केशवानंद डंगवाल, ग्राम प्रधान आशा देवी, ममता देवी, रघुवीर रावत, पप्पी चंद, कमलजीत सिह, कुंदन सिह, राजेंद्र रतूडी आदि शामिल रहे।