कोटेश्वर माधवाश्रम अस्पताल के बेसमेंट में लगी आग, कोरोना संक्रमित मरीज हैं भर्ती
रुद्रप्रयाग । उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम अस्पताल के बेसमेंट (भूमिगत वार्ड) में शार्ट सर्किट से लगी आग से अक्सीजन पाइप व बिजली सर्किट जल गई हे। स्वास्थ्य विभाग ने प्रारंभिक जांच में 15 लाख की क्षति का आकलन किया है। यहां भर्ती कोरोना संक्रमितों को अगस्त्यमुनि में शिफ्ट कर दिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा है।
शनिवार देर रात माधवाश्रम अस्पताल के बेसमेंट के एक हिस्से में अचानक आग लग गई। जब तक वहां तैनात स्टफ कुछ पता चला, तब तक वहां रखे बेड, चादरें, कंबल, डीप प्रीजर, सीसीटीवी कैमरा, अक्सीजन लाइन आग की चपेट में आ गई थी। गनीमत रही आग अस्पताल के अन्य वार्डों में नहीं फैली, अन्यथा भारी नुकसान हो सकता था। सूचना पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा़ बीके शुक्ला व अन्य विभागीय अधिकारीध्कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
इसी दौरान रतूड़ा से फायर बिग्रेड का वाहन भी घटनास्थल पर पहुंचा और काबू पर काबू पाया। सीएमओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण शार्ट सर्किट माना जा रहा है। प्रारंभिक जांच में नुकसान का आकलन 15 लाख रुपये किया गया है। पुलिस की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इधर, पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने बताया कि घटनाक्रम का जायजा लिया जा रहा है।
कपीरी पट्टी के थग्याला गांव में शनिवार रात को एक दोमंजिले मकान के ऊपरी कमरे में आग लग गई। आग से सारा सामान जल गया गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। पूर्व प्रधान गबर सिंह ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे महेंद्र सिंह के दो मंजिलें मकान के ऊपरी कमरे में अचानक आग लग गई।
घटना के दौरान महेंद्र सिंह के परिजन मकान के निचले हिस्से में खाना बना रहे थे। मकान में आग लगने की भनक लगते ही परिजन घर से बाहर आ गए और ग्रामीणों को सूचना दी। इसी दौरान आग की लपटें देखकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
उन्होंने आग पर पानी डालकर करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझा दी, लेकिन तब घर में रखा सामान जलकर नष्ट हो गया था। ग्राम प्रधान शशि जोशी ने प्रशासन से अग्निकांड से प्रभावित परिवार को तुरंत राहत देने की मांग की। इस संबंध में प्रशासन को सूचना दे दी गई है।