कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने रैली निकाल जताया आक्रोश
विकासनगर। केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को सीपीआईएम और अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले सहसपुर में किसानों ने रैली निकाल कर विरोध जताया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर किसानों का शोषण करने और कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। सीपीआईएम के जिला सचिव कमरुद्दीन ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों और उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों का शोषण कर रही है। जिन कृषि कानूनों को किसानों के हित में बताया जा रहा है, उनसे किसानों का उत्पीड़न होगा। विरोध करने वाले किसानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई कराई जा रही है। देशभर के किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं। अन्नदाता का शोषण देश की जनता भी बर्दाश्त नहीं करेगी। सहसपुर के पूर्व प्रधान सुंदर थापा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के सवालों का जवाब नहीं दे रही है। नया कृषि कानून लागू होने के बाद से ही देश भर में किसान विरोध करने लगे थे, लेकिन सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया। अपनी उपेक्षा से नाराज किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ना शुरू किया। सर्दी के मौसम में किसानों पर पानी की बौछार की जा रही है, जिससे बुजुर्ग किसानों के बीमार पड़ने का खतरा पैदा हो गया है। किसान अपनी मांगों को स्पष्ट तौर पर सरकार के सामने रख चुके हैं। लिहाजा सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। मामले के समाधान के लिए गृहमंत्रालय को शामिल करना सीधे तौर पर किसानों को धमकी देना है। सीपीआईएम और अखिल भारतीय किसान सभा से जुड़े किसानों ने रैली निकाल कर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जताया। रैली में माला गुरुंग, सुधा देवली, राजेंद्र पुरोहित, गयूर अहमद, इस्लाम, सोनू, शीशपाल नेगी, मोहन नौटियाल, फुरकान आदि शामिल रहे।