कुलदीप यादव ने की डीसी के कप्तान अक्षर पटेल के साथ अपनी स्पिन पार्टनरशिप के बारे में बात

Spread the love

-आईपीएल 2025
नई दिल्ली, आईपीएल 2025 में कप्तान अक्षर पटेल की अगुवाई में दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने जीत के साथ शुरुआत की है। डीसी के लिए कुलदीप यादव ने अच्छी गेंदबाजी की और अहम विकेट लेकर विपक्षी टीम पर दबाव डाला। कुलदीप और अक्षर दोनों ही बाएं हाथ के अलग-अलग स्टाइल के स्पिनर हैं। कुलदीप यादव ने अक्षर पटेल के साथ अपनी स्पिन साझेदारी के बारे में बातचीत की।
कुलदीप यादव ने अंडर-17 के दिनों की बात की और बताया कि वह हमेशा से एक रणनीति के तहत गेंदबाजी करते हैं और अक्षर पटेल बल्लेबाजों पर दबाव बनाने का काम करते हैं। अक्षर पटेल और कुलदीप उन खिलाडिय़ों में से रहे हैं जिन्हें डीसी ने पिछले साल मेगा नीलामी से पहले बरकरार रखा है। अक्षर को कप्तान के रूप में भी नियुक्त किया गया था।डीसी कैप्टन के साथ अपनी लंबे समय से चली आ रही स्पिन साझेदारी के बारे में कुलदीप यादव ने जियो होटस्टार पर कहा, अक्षर पटेल के साथ मैं अंडर-17 के दिनों से एक साथ खेल रहा हूं, इसलिए हमारी समझ बहुत स्पष्ट है। हमने 2012 में अंडर-19 वर्ल्ड कप उन्मुक्त चंद की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में जीता था। हम दोनों स्टैंडबाय में थे। हम तब से एक साथ हैं, जो हमारी जोड़ी के बारे में बताता है। हमारी गेंदबाजी साझेदारी हमेशा सहज रही है। मैं हमेशा एक विकेट की तलाश करने वाला गेंदबाज रहा हूं, जबकि अक्षर पटेल की गेंदबाजी नियंत्रण प्रदान करती है, जिससे बल्लेबाजों पर दबाव बनता है और विकेट गिरने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
उन्होंने आगे कहा, मिडिल ओवरों में अक्षर बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में कामयाब होते हैं और यह काफी महत्वपूर्ण है। मेरी और अक्षर की गेंदबाजी शैलियों में भिन्नता है। लेकिन, उनके साथ गेंदबाजी करने के दौरान मेरा फोकस सिर्फ अच्छी गेंदबाजी करने पर ही रहता है।
अक्षर पटेल साल 2019 में डीसी में शामिल हुए। वह 6 वर्षों में फ्रेंचाइजी के लिए टॉप प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों में से एक के रूप में उभरे। उन्होंने 83 मैचों में 989 रन बनाए और 62 विकेट लिए।
दूसरी ओर, कुलदीप, केकेआर (2016-2020) के साथ पांच सीजन बिताने के बाद 2022 में डीसी में शामिल हो गए और 21 विकेट के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन दिया।
कुलदीप ने आगे आईपीएल में गेंदबाजी की चुनौतियों पर बात की और कहा कि टूर्नामेंट का प्रारूप चुनौतीपूर्ण है, जहां गेंदबाजों को खेल पर नियंत्रण रखना चाहिए। बुमराह और सुनील नारायण जैसे खिलाडिय़ों ने लगातार ऐसा किया है। आईपीएल गेंदबाजों के लिए बहुत कठिन है। आप विकेट ले सकते हैं। लेकिन, यह संभव नहीं है कि आप प्रति ओवर सिर्फ 6 से 7 रन ही दें। यह खिलाडिय़ों के लिए एक चुनौतीपूर्ण प्रारूप है।
कुलदीप ने बताया कि उन्होंने केकेआर में सुनील नारायण से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने हमेशा गेंदबाजी की लेंथ के महत्व पर जोर दिया। कुलदीप ने कहा कि पहले मुझे लगता था कि मैं सिर्फ अपनी बॉलिंग स्किल के दम पर ही अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि सुनील बिल्कुल सही थे। इसलिए, चोट से लौटने के बाद से, मैंने अपनी लेंथ पर बहुत फोकस किया है, जो पहले की तुलना में मेरी गेंदबाजी में आए बदलाव का एक मुख्य कारण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *