कुंभ कोविड जांच फर्जीवाड़ा: मैक्स सर्विस, लाल चंदानी और नलवा लैब पर मुकदमा दर्ज
हरिद्वार । महाकुंभ के दौरान श्रद्घालुओं की कोरोना जांच में घपले के आरोप में स्वास्थ्य विभाग ने तीन लैब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हरिद्वार के सीएमओ की तहरीर पर पुलिस ने मैक्स करपोरेट सर्विस, हिसार की नलवा लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और सेंट्रल दिल्ली की डक्टर लाल चंदानी लैब के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मैक्स कॉरपोरेट कोविड नमूनों का कलेक्शन सेंटर था जबकि नलवा लेबोरेट्रीज और डक्टर लाल चंदानी लैब ने सैंपलों की जांच की थी।
बृहस्पतिवार को हरिद्वार के सीएमओ ड़ शंभू कुमार झा ने नगर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि पंजाब निवासी एक व्यक्ति ने इंडियन काउंसिल अफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि उनके आधार और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल हरिद्वार महाकुंभ में कोविड-19 की रैपिड एंटीजन टेस्टिंग करने में किया गया है, लेकिन उन्होंने कभी न तो कोई सैंपल दिया और न ही वह कुंभ में हरिद्वार गए थे। आईसीएमआर ने यह शिकायत उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भेजी। शिकायत में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए सैंपल कलेक्शन सेंटर का नाम मैसर्स मैक्स कॉरपोरेट सर्विस, कुंभ मेला अंकित किया गया है। वहीं, जिस लैब में शिकायतकर्ता का सैंपल जांचा गया था, वह हिसार स्थित नलवा लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड है।
सीएमओ ने तहरीर में कहा है कि मामला संज्ञान में आने के बाद अपर निदेशकध्चीफ अपरेशन अफिसर उत्तराखंड कंट्रोल रूम कोविड-19 की ओर से जांच के आदेश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच कराई। जांच के दौरान मैक्स कंपनी से सैंपल कलेक्ट करने वाले कर्मचारियों के मोबाइल नंबर मांगे गए। कंपनी की ओर से दिए गए नंबरों पर जब विभागीय अधिकारियों ने बात की तो नंबर फर्जी निकले। नंबरों पर जिन लोगों से बात हुई उनका न तो कलेक्शन सेंटर मैक्स सर्विस से कोई संबंध था और न ही जांच करने वाली नलवा लैब और ड़ लाल चंदानी लैब से। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि संबंधित फर्म ने सैंपल कलेक्टर (कर्मियों) की एंट्री भी फर्जी दर्शाई है। इससे वर्तमान में लागू आपदा अधिनियम और महामारी अधिनियम की धाराओं का उल्लंघन हुआ है।