कोटद्वार-पौड़ी

कुम्भीचौड़ में हाथी ने बर्बाद की धान, गन्ना और मंडुवें की फसल

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सनेह क्षेत्र के कुम्भीचौड़ में हाथी का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन हाथी आबादी में प्रवेश कर काश्तकारों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। लाखों की लागत से क्षेत्र में बनाई गई सुरक्षा दीवार व सोलर फेंसिग लाइन शोपीस बनकर रह गई है। समस्या से निजात दिलवाने के नाम पर वन विभाग पिछले लंबे समय से केवल काश्तकारों को आश्वासन ही दे रहा है।
पिछले कुछ माह से लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र से सटे आबादी क्षेत्रों में हाथी की धमक बढ़ने लगी है। शाम ढलते ही हाथी आबादी की ओर रुख करने लगा है। पूर्व प्रधान दीपक पांडे ने बताया कि मंगलवार व बुधवार रात को हाथी ने जयकिशन शर्मा की धान, गन्ना और मंडुवें की खड़ी फसल रौंद डाली। सांय होते ही हाथी खेतों में घुस जा रहा है और फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में जगह-जगह क्षतिग्रस्त हुई हाथी सुरक्षा दीवार व सोलर फेंसिग लाइन को लांघकर हाथी आबादी में प्रवेश कर रहे हैं। हाथी इस कदर निडर हो चुके हैं कि उन पर पटाखे फोड़ने का भी कोई असर नहीं पड़ता। काश्तकारों की रातें केवल हाथियों को जंगल में खदेड़ने में ही बीत रही हैं। उन्होंने कहा कि कई बार वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। जिससे काश्तकारों में आक्रोश पनप रहा है। लैंसडौन वन प्रभाग के उप प्रभागीय वनाधिकारी गिरीश चंद्र बेलवाल ने कहा कि हाथियों के आबादी में घुसने की शिकायत मिल रही है। जंगल से सटे इलाकों में वनकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है। हाथी सुरक्षा दीवार मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!