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कंबल कारोबारी की हत्या में चार को आजीवन कारावास

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हरिद्वार। कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की गोली मारकर हत्या करने के मामले में द्वितीय अपर जिला जज सहदेव सिंह ने कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा समेत चार को आजीवन कारावास और पांच-पांच हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। दो आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त करार दिया है। शासकीय अधिवक्ता राजकुमार और नीरज कुमार गुप्ता ने बताया कि छह मार्च 2017 की रात निर्मला छावनी पर कंबल कारोबारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी को अज्ञात बदमाशों ने गोलियां बरसाकर घायल कर दिया था। घायल अवस्था में कारोबारी को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए थे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। मृतक के ससुर मुकेश कुमार ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। बताया था कि घटना की रात अमित दीक्षित चाय पीकर अपनी शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कंबल की दुकान पर जाने के लिए निकले थे। जैसे ही वह घर से अपना वाहन लेकर चले, उसी दौरान घात लगाकर बैठे शूटरों ने उन पर गोलियां बरसा दी थीं। पुलिस विवेचना में सामने आया कि कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के इशारों पर दो शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया था। यही नहीं, हरिद्वार निवासी विवेक ठाकुर उर्फ विक्की ठाकुर ने शूटरों की मदद की थी। विक्की ने बताया था कि बदमाश सुभाष सैनी को मारने आए थे लेकिन धोखे में अमित दीक्षित को मार दिया था। पुलिस ने मौके पर से खोखा राउंड व एक जिंदा कारतूस बरामद किया था। पुलिस ने आरोपी कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा उर्फ डॉक्टर पुत्र ओमप्रकाश निवासी ग्राम आदमपुर थाना भौराकलां मुजफ्फरनगर यूपी, हाल पता सोनिया विहार दिल्ली, शूटर मुजाहिद उर्फ खान उर्फ पप्पू उर्फ मनोज उर्फ साहिल पुत्र मुख्तार अहमद निवासी एमडीडीए पंचपुरी कॉलोनी थाना रायपुर देहरादून, शूटर शाहरुख उर्फ पठान उर्फ धप्पू पुत्र जरीफ पठान निवासी ग्राम टंकी चौक खालापार मुजफ्फरनगर यूपी, विवेक ठाकुर उर्फ विक्की व उसके भाई निखिल ठाकुर पुत्रगण अरुण ठाकुर निवासी बद्री बावला की धर्मशाला बड़ी सब्जी मंडी कोतवाली नगर हरिद्वार व आरोपी रितेश शर्मा पुत्र कांति प्रसाद निवासी बिड़ला भवन बिरला रोड कोतवाली नगर हरिद्वार को अलग अलग गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सोमवार को कुख्यात जीवा, शूटर मुजाहिद, शाहरुख और विक्की को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। सरकारी पक्ष ने साक्ष्य में 18 गवाह पेश किए गए थे।

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