कुजगढ़ नदी के जलागम क्षेत्र को 9 रिचार्ज जोनों में बांटा —
अल्मोड़ा। कोसी पुनर्जनन के तहत कुजगढ़ नदी को पुर्नजीवित करने को लेकर किए गए कार्यो की डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने कोसी
की तर्ज पर कुजगढ़ का पुनुरोद्वार की कार्य योजना व आगामी किए जाने वाले को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
गुरुवार को विकास भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि हरेला पर्व से इसकी शुरूआत कर दी गई है। कुजगढ़ के जलागम क्षेत्र को 9 रिचार्ज जोनों
में बांटा गया है। जिसके लिए नोडल अधिकारियों की भी तैनाती कर दी गई है। उन्होंने एनआरडीएमएस के प्रो. जेएस रावत के नेतृत्व में तैनात नोडल अधिकारियों
एवं फील्ड कर्मचारियों को जुलाई माह के अंत तक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रस्तावित करने के दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। कहा कि हरेला के दिन जनपद में कुल 2
लाख 32 हजार पौधों का रोपण किया गया है। रोपे गये पौधों की समय समय पद देखभाल के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जलागम क्षेत्र
में बनाये जाने वाले चाल, खाल, खन्तिया, टैंच होल आदि की जियो टैगिंग की जानी है। इसके लिए संबंधित नोडल अधिकारी किए गये कार्यों के कोआर्डिनेटस
जीआईएस सैल को उपलब्ध करा दें। इस दौरान उन्होंने वर्ष 2020-21 की कार्य योजना की जानकारी भी प्राप्त की। यहां सीडीओ मनुज गोयल, डीएफओ केएस रावत,
एनआरडीएमएस प्रो. जेएस रावत, डीडीओ केके पंत, जीबी पंत संस्थान के वैज्ञानिक डा. वसुधा अग्निहोत्री, बीडीओ हवालबाग पंकज कांडपाल, किशन राम, आंनद राम,
वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा, जीआईएस एनालिस्ट नेहा, कोसी समन्वयक शिवेंद्र प्रताप आदि मौजूद रहे।