युवाओं पर लाठीचार्ज : भाजपा सांसद वरुण गांधी ने उठाए सवाल
-वरुण गांधी ने ट्वीट कर सरकार से पूछा सवाल
-रोजगार मांग रहे युवाओं पर लाठीजार्च क्यों
नई दिल्ली, एजेंसी : यूपी में टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस के लाठीचार्ज के बाद जहां एक तरफ विपक्षी योगी सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं इन दिनों बागी रुख अपना चुके बीजेपी के ही सांसद वरुण गांधी ने भी निशाना साधा है। वरुण ने राहुल और प्रियंका से पहले लाठीचार्ज का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए अपनी सरकार पर सवाल उठाए। बता दें कि गत शनिवार को शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर युवा लखनऊ में कैंडल मार्च निकाल रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर लाठियां बरसा दीं।
वरुण गांधी ने सवाल उठाया कि पद खाली हैं और योग्य अभ्यर्थी भी हैं तो भर्तियां क्यों नहीं हो रही हैं। प्रदर्शनकारियों को मां भारती का लाल बताते हुए कहा कि इनकी बात नहीं सुनी जा रही है और लाठीचार्ज किया जा रहा है। पीलीभीत से सांसद वरुण ने ट्वीट किया, ”ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी तो भर्तियां क्यों नहीं?”
इसके तुरंत बाद राहुल गांधी ने भी इसी वीडियो को ट्वीट करते हुए लोगों से इस घटना को उस समय याद रखने को कहा जब बीजेपी के नेता उनके पास वोट मांगने आएं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने लिखा, ”रोजगार मांगने वालों को सरकार ने लाठियां दीं। जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना!”
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार को घेरा और कहा कि योगी सरकार अंधेरगर्दी का पर्याय बन चुकी है। प्रियंका ने भी वीडियो के साथ लिखा, ”उप्र के युवा हाथों में मोमबत्तियों का उजाला लेकर आवाज उठा रहे थे कि “रोजगार दो”। लेकिन, अंधेरगर्दी की पर्याय बन चुकी योगी जी की सरकार ने उन युवाओं को लाठियां दीं। युवा साथियों, ये कितनी भी लाठियां चलाएं, रोजगार के हक की लड़ाई की लौ बुझने मत देना। मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं।”
इन तीनों नेताओं की ओर से साझा किए गए वीडियो में यूपी पुलिस के कुछ जवान युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटते नजर आ रहे हैं। भागते समय एक युवक गिर जाता है तो पुलिसकर्मी उसे लात मारता दिखता है। यह वीडियो राजधानी लखनऊ का है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी कैंडल मार्च निकाल रहे थे और इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और आगे बढ़ने की कोशिश पर लाठीचार्ज किया।