हरिद्वार। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही रेल कर्मचारियों पर भारी पड़ रही है। ड्रेनेज सिस्टम पर लगाए गए जाल जगह-जगह से टूटने के कारण लाइन की मरम्मत व अन्य कार्य करने दौरान कर्मचारी गिरकर घायल हो रहे हैं। इसको लेकर नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन ने भी विरोध जताया है। सोमवार को रेलवे स्टेशन पर पटरी के पास कार्य करने के दौरान रेल कर्मी ओमप्रकाश टूटे हुए जाल के कारण गिरकर गंभीर घायल हो गए। इससे पहले महिला रेल कर्मी पुष्पा देवी भी घायल हो चुकी हैं। नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव अजय तोमर ने कहा कि यूनियन शाखा ने मंडल अधीक्षण अभियंता मुरादाबाद व सहायक मंडल अभियंता रुड़की/हरिद्वार को इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही को लेकर पिछले कई वर्षों से प्लेटफार्म नम्बर एक व दो और 3 व 4 के बीच की ड्रेनेज नाली के ऊपर बने लोहे के जालों की मरम्मत एवं पुराने जालों की जगह आधुनिक जालों को लगाने के लिए कई बार पत्र भेजे हैं। लेकिन आज तक नतीजा शून्य है। दुर्गेश खन्ना ने कहा कि कैरिज एंड वैगन के कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रखकर दोनों प्लेटफार्म के बीच लगभग 400 मीटर लम्बी नाली पर पड़े जगह जगह से टूटे जाल पर पैदल चलकर गाड़ियों का परीक्षण करते हैं। इंजीनियरिंग विभाग जालों को ठीक नहीं करवा रहा है। जिससे ड्यूटी के दौरान जाल में पैर फंसने से रेलकर्मी ओमप्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गए। शाखा उपाध्यक्ष गोपाल चौधरी व अजय कपूर ने कहा कि यदि जल्द ही जालों को नहीं बदला गया तो रेल कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस दौरान संजय यादव व पुष्पादेवी, उमेश, विनोद मीना, ताराचंद शर्मा, एमके सिंह ने घटना रोष जताते हुए कार्रवाई की मांग की।