ऑस्ट्रेलिया में लाखों परिवार झेल रहे ‘भुखमरी’, रिपोर्ट में खुलासा
सिडनी , ऑस्ट्रेलिया में लाखों परिवार गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। दो वक्त की रोटी जुटाना भी उनके लिए मुश्किल हो रहा है। हंगर रिलीफ चैरिटी फूडबैंक की मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले 12 महीनों में देश भर में 34,00,000 परिवारों ने खाद्य असुरक्षा का अनुभव किया। इनमें से 20,00,000 परिवारों ने गंभीर खाद्य असुरक्षा का समाना किया। ऑस्ट्रेलियाई सरकार की परिभाषा के मुताबिक जब पोषण संबंधी सुरक्षित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता या सामाजिक रूप से स्वीकार्य तरीकों से भोजन प्राप्त करने की क्षमता सीमित या अनिश्चित हो तो इस स्थिति को खाद्य असुरक्षा कहा जाएगा। वार्षिक फूडबैंक रिपोर्ट में पाया गया कि गंभीर रूप से खाद्य-असुरक्षित 97 प्रतिशत परिवार भोजन छोडऩे या भोजन में कटौती का रास्ता अपनाते हैं।इसी तरह गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करने वाले वयस्कों में से आधे लोग पूरे दिन बिना खाए रहते हैं। जिन परिवारों ने गंभीर खाद्य असुरक्षा का अनुभव किया, उनमें से 97 फीसदी को इस बात की चिंता थी कि उनके पास और खाना खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे होने से पहले ही भोजन खत्म हो जाएगा और 93 प्रतिशत संतुलित भोजन का खर्च उठाने में असमर्थ थे। खाद्य-असुरक्षित परिवारों में से एक-चौथाई ने बताया कि उन्हें दोस्तों और परिवार से मदद मिल रही है। फूडबैंक ऑस्ट्रेलिया की मुख्य कार्यकारी ब्रायना केसी ने कहा, आधे से अधिक खाद्य-असुरक्षित परिवार अब खाद्य असुरक्षा स्पेक्ट्रम के गंभीर छोर पर हैं। इन परिवारों के लिए, यह केवल भोजन में कटौती करने का मामला नहीं है बल्कि यह पूरी तरह से भोजन छोडऩे के बारे में है, कभी-कभी कई दिनों के लिए। केसी ने कहा, यह अब अस्थायी कठिनाई का संकट नहीं रह गया है, बल्कि लाखों ऑस्ट्रेलियाई लोगों को प्रभावित करने वाला एक दीर्घकालिक मुद्दा बन गया है। ये परिवार हर दिन इस चिंता में रहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि उनका अगला भोजन कहां से आएगा, उन्हें भोजन, आवास और जरूरी चीजों के बीच चयन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।