लालढांग रेंज में हथिनी की मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज के अन्तर्गत चिल्लरखाल में एक हथिनी की मौत होने से वन विभाग में हड़कंप मचा गया। हथिनी की उम्र 15 से 20 साल के बीच बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि यह हथिनी की मौत रात को 12 बजे के बाद हुई होगी।
रविवार सुबह लालढांग रेंज के वन कर्मी गश्त कर रहे थे। इसी दौरान करीब पौने सात बजे लालढांग रेंज के चिल्लरखाल में जंगल से लगे एक खेत में हथिनी का शव पड़ा हुआ था। वन कर्मियों ने घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पर उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। वन कर्मियों ने हथिनी के शव को कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि हथिनी झुंड के साथ गेहूं के खेत में आई थी व गेहूं खाने के बाद वापस लौटते हुए उसकी मौत हो गई। शव से कुछ ही दूर हाथियों का झुंड भी मौजूद है। संभावना जताई जा रही है कि हथिनी की मौत करंट लगने से हुई है। वन क्षेत्राधिकारी लालढांग रेंज बिन्द्रपाल ने बताया कि हथिनी की मौत के वास्तविक कारणों की जांच के लिए शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। सैंपलों को जांच के लिए देहरादून और बरेली उत्तर प्रदेश की लैब में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल का मौका मुआयना करने पर वहां न तो वायर मिली और न ही लाइन मिली। जिससे स्पष्ट हो सके की हथिनी की मौत करंट लगने से हुई है। मौत के स्पष्ट कारण के बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है।