नैनीताल। नैनीताल की ठंडी सड़क स्थित पहाड़ी पर एक बार फिर भूस्खलन शुरू हो गया है। शुक्रवार को मार्ग में यहां दिनभर बारिश के दौरान पत्थर गिरते रहे। इससे जहां राहगीरों के लिए आवाजाही चुनौती बनी हुई है, वहीं डीएसबी परिसर के छात्रावास के लिए भी खतरा बढ़ गया है। पिछले वर्ष अक्तूबर में आई आपदा के दौरान ठंडी सड़क की पहाड़ियों पर भूस्खलन शुरू हो गया था। इस बीच डीएसबी के एसआर हस्टल की पहाड़ी दरक गई थी। आनन-फानन में यहां रह रही छात्राओं को अन्यत्र शिफ्ट किया गया था। इसके बाद पहाड़ी का अस्थायी ट्रीटमेंट शुरू किया गया। इधर, एक बार फिर क्षेत्र में पत्थर गिरने शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को शहर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद पाषाण देवी मंदिर से लगी पहाड़ियों पर लगातार पत्थर गिरे। इससे अब केपी छात्रावास पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं पहाड़ी की ट्रीटमेंट को बनाई गई डीपीआर एक साल बीत जाने के बावजूद ठंडे बस्ते में है। हालांकि अस्थायी ट्रीटमेंट कर रहे सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एके वर्मा ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में काम को लेकर छह करोड़ पचास लाख की लागत की डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी गई है। इस पर अब आईआईटी रुड़की की ओर से अध्ययन किया जा रहा है। अध्ययन के बाद पहाड़ी में भूस्खलन पर नियंत्रण को कार्य शुरू किया जाएगा।