नाम बदलने के बजाय लैंसडौन का हो बेहतर विकास
लैंसडौन वासियों ने रक्षामंत्री को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लैंसडौन वासियों ने पर्यटन नगर लैंसडौन का नाम बदलने के बजाय इसके बेहतर विकास पर ध्यान देने की मांग की है। कहा कि लैंसडौन का बेहतर विकास होने से क्षेत्र के युवाओं को बेहतर रोजगार उपलब्ध होगा। जिससे काफी हद तक पलायन पर भी रोक लगेगी।
स्थानीय लोगों ने रक्षा मंत्री को ज्ञापन भेकर लैंसडौन का नाम न बदलकर यहां का विकास करने की मांग उठाई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेजे ज्ञापन में सुरेंद्र अग्रवाल, लता खंडेलवाल, दीपक अग्रवाल, समीम अहमद, विनोद शाह, अनिल अग्रवाल ने कहा कि जनता से रायशुमारी किए बिना नगर का नाम बदलने की कवायद से ज्यादा जरूरी यहां विकास से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर लाना है। कहा कि गत 2 वर्षों से लैंसडौन का नाम बदलने की कवायद की जा रही है, जबकि आम जनता लैंसडौन का नाम बदलने के विरोध में है। यहां का नाम बदलने से लोगों का भला नहीं होने वाला है। यहां के विकास से व्यापार बढ़ेगा और पलायन पर भी अंकुश लगेगा। उन्होंने रक्षा मंत्री से लैंसडौन के विकास के साथ वीर शहीदों की यादों व उनकी वीरता को चिरस्थायी बनाने के लिए लैंसडौन में लाट सूबेदार बलभद्र सिंह के नाम से व्यवसायिक शिक्षा संस्थान, राइफलमैन जसवंत सिंह के नाम से छावनी चिकित्सालय, देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम से नगर में इको पार्क की स्थापना करने की मांग की।