लैंसडौन वन प्रभाग में वनाग्नि रोकने के लिए 27 क्रूस्टेशन स्थापित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मार्च माह की शुरूआत में ही पारा बढ़ने के साथ ही जंगलों में वनाग्नि की घटनाएं सामने आने लगी है। 43327.60 हेक्टेयर भूमि में फैला लैंसडौन वन प्रभाग में 27 क्रूस्टेशन स्थापित किए हैं। एक क्रूस्टेशन में 6 कर्मियों की तैनाती की गई है, जो जंगलों में लगी आग की घटनाओं पर नजर रखेंगे। सभी क्रूस्टेशनों को प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा सुचारू कर दिया गया है।
लैंसडाउन वन प्रभाग में कोटद्वार, कोटड़ी, दुगड्डा, लालढांग व लैंसडाउन रेंज आती है। लैंसडौन वन प्रभाग कुल 43327.60 हेक्टेयर भूमि फैला हुआ है। लैंसडाउन रेंज को पर्वतीय रेंज माना जाता है, बाकी चार को तराई रेंज माना जाता है। उत्तराखंड में 15 फरवरी से फायर सीजन शुरू हो चुका है। फायर सीजन शुरू होने के साथ ही जंगलों में आग की घटनाएं सामने आने लगी है। हालांकि, वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने के लिए लैंसडौन वन प्रभाग ने कई योजनाएं बनाई है। विभाग ने फायर सीजन में आग पर काबू पाने के लिए लैंसडौन वन प्रभाग के अंदर 27 क्रूस्टेशन बनाए हैं। सभी क्रूस्टेशनों को एक्टिव कर दिया गया है। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों और सूचनाओं की जानकारी तत्काल क्रूस्टेशनों को दी जाएगी, ताकि समय रहते आग पर काबू पाया जा सकें। आग पर काबू पाने के दौरान अधिकारी और कर्मचारियों को सुरक्षित रहने की हिदायत दी गई, क्योंकि, 10 फरवरी देर शाम पोखड़ा रेंज में आग बुझाने के लिए गये दो वनकर्मियों की चट्टान से गिरकर मौत हो गई थी।
लैंसडाउन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक सिंह ने बताया कि वन प्रभाग में 27 क्रूस्टेशन बनाए गये है। सभी क्रूस्टेशनों को एक्टिव कर दिया है। उन्होंने कहा कि आग लगने के संबंध में एसएमएस प्राप्त हो जाता है। एसएमएस को वन प्रभाग के सोशल मीडिया के फायर गु्रप में डाल दिया जाता है। एसएमएस में लिंक दिया होता है। लिंक से गूगल मैप पर जाकर आग लगने वाले स्थान वहां जाने वाले रासते की आसानी से जानकारी मिल जाती है। यह लिंक विभाग के लाभकारी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्रूस्टेशन में छ: कार्मिकों की तैनाती की गई है। उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई गई है। क्रूस्टेशनों में तैनात फायर कर्मियों को एक स्पेशल ड्रेस दी जा रही है, जिससे वह अपने बचाव कर सकें। डीएफओ ने बताया कि लैंसडौन वन प्रभाग में सभी फायर लाइनों की सफाई कराई गई है।
गश्त के लिये लैंसडौन वन प्रभाग को मिली पांच बाइक
कोटद्वार। जंगलो में गश्त के लिये लैंसडौन वन प्रभाग को पांच मोटर साइकिल विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई है। लैंसडाउन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक सिंह जंगलो में सुरक्षा गश्त को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वनों की सुरक्षा भी वनों को लगाने के बराबर है। उन्होंने वन कर्मियों से सुरक्षा गश्त में कोताही न बरतने के साथ ही वनो व वन्य जीवो के प्रति संवेदनशील बनकर काम करने की अपील की। वन विभाग अपने सीमित संसाधनो के बल पर इस काम को बखुबी कर रहा है। लेकिन अब विभाग को उपलब्ध कराई गई बाइकों से सुरक्षा गश्त का काम अधिक सुलभ हो गया है। डीएफओ ने बताया कि बाइकों को पांचों रेंजों में वितरित किया जायेगा। बाइक से आग बुझाने में भी आसानी होगी, क्योंकि कई स्थानों पर बड़े वाहन नहीं जा सकते है, ऐसे स्थान पर वन कर्मी बाइक से जल्दी मौके पर पहुंच सकेगें।