कांवड़ियों पर लाठीचार्ज, रातभर चला हंगामा
हरिद्वार। हरिद्वार-दिल्ली राजमार्ग से सटी सर्विस लेन में गंगाजल लेकर वेस्ट यूपी के पुरामहादेव मंदिर जा रहे कांवड़ियों पर कनखल पुलिस के लाठीचार्ज करने पर रातभर जमकर हंगामा हुआ। रातभर हाईवे पर डटे रहे कांवड़ियों कनखल पुलिस पर कार्रवाई की मांग की। कांवड़ियों के हाईवे पर डटे रहने से हरिद्वार पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह की अगुवाई में देर रात तक चले मान मनौव्वल के बाद कनखल पुलिस के खेद प्रकट करने के बाद पुलिस अभिरक्षा में कांवड़ियों ने हरकी पैड़ी पहुंचकर फिर से गंगा जल भरा और वापस रवाना हुए। स्थानीय पुलिस जिले की सीमा तक कांवड़ियों के साथ मुस्तैद रही। घटना सोमवार देर रात की है। वेस्ट यूपी के बागपत जिले से कांवड़ियों का जत्था यहां गंगाजल लेने पहुंचा था। जत्था गंगा जल लेकर सोमवार देर शाम हरकी पैड़ी से रवाना हुआ। जैसे ही कांवड़ियों की ट्रेक्टर ट्रॉली कनखल क्षेत्र में सर्विस लेन पर पहुंची तो कनखल पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जाम लगाने का आरोप लगाते हुए कांवड़ियों को जल्दी से निकलने की बात कही। इस बात को लेकर कांवड़ियों ने विरोध कर दिया। आरोप है कि कनखल पुलिस ने कांवड़ियों पर लाठीचार्ज करते हुए उन्हें दौड़ा लिया। एक कांवड़िये को चोटें लगने से गुस्साएं कांवड़ियों ने प्रेमनगर आश्रम फ्लाईओवर के नीचे पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। जिस पर पुलिस ने उनकी ट्रेक्टर ट्रॉली कब्जे में ले ली। कांवड़ियों ने मौके पर मौजूद निरीक्षक भावना कैंथोला को खरी-खरी सुनाई और फिर जाम लगाकर हाईवे पर बैठ गए। जानकारी मिलने पर स्थानीय हिंदूवादी नेता भी एकत्र होने लगे। कांवड़ियों के हाईवे जाम करने की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसपी सिटी एसके सिंह, सीओ सिटी जूही मनराल मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के समझाने पर भी कांवड़िये टस से मस नहीं हुए। वह उन पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। रातभर हंगामा चलता रहा। अलसुबह एसपी सिटी कांवड़ियों को समझाने में कायमाब रहे। उसके बाद कांवड़ियों का उपचार कराया गया, जिसके बाद कांवड़िये सशर्त हरकी पैड़ी पर फिर से गंगा जल लेने के लिए पहुंचे। पुलिस अभिरक्षा के बीच उन्होंने गंगा जल अपने-अपने कलश में भरा, उसके बाद वे वापसी के लिए रवाना हुए। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि कांवड़ियों को समझा-बुझाकर रवाना कर दिया गया।