केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने किया भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा
दार्जिलिंग/कोलकाता , केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में भूस्खलन प्रभावित मिरिक का दौरा किया और स्थिति और चल रहे राहत कार्यों का जायजा लिया। केंद्रीय मंत्री के साथ दार्जिलिंग से भाजपा सांसद राजू बिष्ट और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी थे। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भाजपा सांसद और विधायक पर हुए हमले की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला ने पहले ही राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत में कानून है, तो दादागिरी और गुंडाराज स्वीकार नहीं किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री का उत्तरी बंगाल का दौरा, जहां मूसलाधार बारिश के बाद हुए भूस्खलन में कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई थी, संकट की इस घड़ी में उस क्षेत्र के लोगों की सहायता के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद, केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा, स्थिति गंभीर है और कई लोगों की जान जा चुकी है। तत्काल राहत प्रदान करना अभी प्राथमिकता है। हम स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां हैं। बाढ़ और भूस्खलन में बहुत नुकसान हुआ है और कई लोगों की जान चली गई है। हम आकलन कर रहे हैं। राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर प्रयास करने होंगे। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उत्तर बंगाल में हैं और स्थिति पर सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। उन परिवारों को सहायता प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और अपने घर भी खो दिए हैं। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की दो विशेष राहत और बचाव टीमों तथा अन्य बलों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री की ओर से, मैं दो दिवसीय दौरे पर यहां आया हूं और संबंधित लोगों से बात की है। मैं यहाँ की स्थिति पर रिपोर्ट दूंगा। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी के जिला प्रशासन के अनुसार, उत्तर बंगाल के पहाड़ी, तराई और दुआर क्षेत्रों में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद मंगलवार तक मरने वालों की संख्या 36 हो गई है। बता दे कि, सोमवार सुबह से मौसम में सुधार के साथ, राहत और बचाव कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। कई प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और पर्यटकों को भी शहर से बाहर निकाला गया है।