एलबीएस एकेडमी के विशेषज्ञों ने विदेशी नौकरशाहों को दी ट्रेनिंग
देहरादून। पड़ोसी देशों के सिविल सेवा अफसरों के साथ विचार आदान-प्रदान करने की कड़ी में राष्ट्रीय सुशासन केंद्र दिल्ली ने मालदीव और बांग्लादेश के साथ दो हफ्तों की ट्रेनिंग की। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक एकेडमी के एसोसिएट प्रोफेसरों की देखरेख में यह ट्रेनिंग संपन्न हुई। कोर्स अर्डिनेटर के तौर पर एसोसिएट प्रोफेसर ड़ एपी सिंह ने बांग्लादेश के सिविल सेवा अफसरों के साथ इंटरेक्शन किया। एसोसिएट प्रोफेसर ड़ भूपेंद्र सिंह बिष्ट ने मालदीव से आए सिविल सर्वेंट को गवर्नेंस से जुड़ी बारीकियों से रूबरू करवाया। अकादमी के ड़ संजीव शर्मा ने भी ट्रेनिंग में योगदान दिया। नई दिल्ली में संपन्न हुई ट्रेनिंग के समापन के अवसर पर नीति आयोग के सदस्य ड़ वीके पाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर बांग्लादेश, मालदीव और भारत के बीच साझा इतिहास, संस्ति और परस्पर संबद्घता पर जोर दिया। राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के महानिदेशक भरत लाल ने अपने कौशल और क्षमताओं का उपयोग करके सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करने की सलाह दी। राष्ट्रीय सुशासन केंद्र के मुताबिक, अभी तक मालदीव सिविल सेवा के 685 अधिकारियों और बांग्लादेश सिविल सेवा के 2100 अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। राष्ट्रीय सुशासन केंद्र 15 मित्र देशों के अधिकारियों को ट्रेनिंग देता है। इसमें मालदीव और बांग्लादेश के अलावा तंजानिया, ट्यूनीशिया, श्रीलंका, नेपाल जैसे देशों के नौकरशाह शामिल है।