नेता प्रतिपक्ष ने ठहराया अतिवृष्टि से हुए भारी नुकसान के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार
नैनीताल। प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए भारी नुकसान के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा पूर्व में आपदा का रेड अलर्ट जारी करने के बावजूद सरकार कोई कार्य योजना तैयार नहीं कर पाई, और न ही आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए सरकार आगे आई। गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश का हवाई दौरा तो किया, लेकिन अब तक केंद्र सरकार से कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की जा सकी है। यह उत्तराखंड में त्रासदी से प्रभावितों की अनदेखी है।
नैनीताल क्लब में शनिवार को वार्ता करते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम ने कहा मौसम विभाग की ओर एक दिन पूर्व ही भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया। साथ ही चेताया था, कि प्रदेश में 2013 वाले हालात फिर बन सकते हैं। लेकिन, मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद भाजपा सरकार ने दैवीय आपदा प्रबंधन की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अलर्ट जारी होते ही सरकार को चाहिए था, कि नदी नालों और तेज बहाव वाले क्षेत्रों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जाए। सरकार तीन दिनों तक लोगों को मौत के मुंह में जाते हुए देखती रही। इस कारण आपदा से भारी जनहानि होने के साथ ही लोगों के मकान, जमीन और फसलें बर्बाद हो गईं। आपदा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया। दुर्भाग्य है, कि आपदा प्रभावित लोगों और क्षेत्रों के लिए अब तक केंद्र सरकार से कोई राहत पैकेज की घोषणा नहीं की गई है। कहा कि 2013 में कांग्रेस पार्टी ने साढ़े सात हजार करोड़ का पैकेज जारी किया था। इधर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी लोग फंसे हुए हैं, सड़कों की बुरी हालत है। यदि सरकार इसका प्रबंधन करने में फेल हो रही है तो इस्तीफा दे दें। कांग्रेस के पास इससे निपटने का प्रभावी रोडमैप है। उन्होंने दैवीय आपदा को लेकर केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित नियमों में बदलाव कर आपदा में जान गवाने वाले हर व्यक्ति को दस रुपए मुआवजा और अन्य नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक मदद करने की मांग की है। राजनीतिक सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में वापसी को लेकर कौन-कौन से नेता उत्सुक हैं, यह बात उनके संज्ञान में नहीं है। यह स्पष्ट है, कि 2022 में कांग्रेस सरकार बनाएगी। यहां कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत, पूर्व सांसद महेंद्र पाल, पूर्व विधायक सरिता आर्या, पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, भीमताल नगर पंचायत अध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया आदि रहे।