रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र की ग्राम सभाओं में जल जीवन मिशन में संचालित योजनाओं में गंभीर अनियमितताओं और पेयजल संकट की समस्या की शिकायत आई है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की। सीएम को दिए पत्र में उन्होंने उल्लेख किया कि, बीते कुछ महीनों के दौरान क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान यह सामने आया कि कई ग्राम सभाएं भीषण पेयजल संकट से जूझ रही हैं। जल जीवन मिशन में कई योजनाएं या तो अधूरी हैं, या फिर महज कागजों तक सीमित हैं। इससे न केवल ग्रामीणों को असुविधा हो रही है, बल्कि सरकारी धन का दुरुपयोग भी सामने आ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि संबंधित विभागों को कई बार सूचित किए जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने 30 से अधिक ग्रामों की सूची भी सीएम को सौंपी, जिनमें जवाड़ी, दरमोला, हडेतीखाल, लोली, ग्वाड़, मूसाडुंग, डोभा, सारी, सिन्द्रवाणी, चन्दी, जैन्ती, बरसिर, चौंरा, डुगंरी, छत्तोड़ा, बैरागणा, कठैतगांव, गोर्ती, भुनका, रतूड़ा, लुठियाग, कोटी, बणसौं, किरोड़ा, सिद्धसौड़, तैला सहित अन्य क्षेत्र शामिल हैं, जहां जलापूर्ति की स्थिति काफी चिंताजनक है। उनियाल ने मांग की कि रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन में कराए गए सभी कार्यों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए जबकि शीघ्र ही इन क्षेत्रों में जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारु किया जाए। इधर, मुख्यमंत्री ने इस पत्र का तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को त्वरित जांच और आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।