कोटद्वार-पौड़ी

आधी क्षमता के साथ गैस गोदाम का लाइसेंस बहाल, उपभोक्ताओं को मिली राहत

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिला मुख्यालय पौड़ी में गढ़वाल मंडल विकास निगम के गैस गोदाम का लाइसेंस आधी क्षमता के साथ फिर से बहाल हो गया है। जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल गई है। गढ़वाल गैस सर्विस पौड़ी के प्रबंधक मुकेश डंगवाल ने बताया कि गैस गोदाम पौड़ी की लाइसेंस क्षमता 8 हजार किलो थी। जिसे 4 हजार किलो क्षमता का लाइसेंस प्रदान करते हुए फिर से बहाल कर दिया गया है। पाबौ और कोट हस्तांतरित गढ़वाल गैस सर्विस पौड़ी के सभी कनेक्शन वापस लाए जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। सभी उपभोक्ताओं को मिलने वाली सभी सुविधाएं पहले की तरह सुचारु रहेंगी।
बीते 4 जुलाई को उप विस्फोटक नियंत्रक अधिकारी देहरादून द्वारा मानकों का हवाला देते हुए पौड़ी के गैस गोदाम के लाइसेंस पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद उपभोक्ताओं में ऊहापोह की स्थिति बन गई थी। स्थानीय जनता व जन प्रतिनिधियों ने जहां गोदाम का संचालन यथावत रखे जाने की मांग की थी। वहीं डीएम पौड़ी ने तहसील प्रशासन को भूमि चयन के निर्देश दिए थे। पौड़ी में गढ़वाल मंडल विकास निगम का एक एलपीजी गैस गोदाम है। गोदाम के संचालन लाइसेंस का नवीनीकरण सितंबर 2023 से सितंबर 2028 तक उप विस्फोटक नियंत्रक अधिकारी देहरादून से हुआ था, लेकिन बीते 4 जुलाई को उक्त अधिकारी के कार्यालय से गढ़वाल गैस सर्विस पौड़ी कार्यालय को एक पत्र मिला। जिसमें उप विस्फोटक नियंत्रक अधिकारी देहरादून द्वारा सुरक्षा मानकों का हवाला देते हुए गोदाम के संचालन के लाइसेंस पर अंतरिम रुप से रोक लगाए जाने की जानकारी दी गई थी। जिसके बाद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन प्रशासन द्वारा उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए पाबौ व कोट में संचालित एजेंसियों के सहयोग से सेवा के सुचारु संचालन की व्यवस्था की थी। इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन व शासन से गोदाम के यथावत संचालन की मांग की थी। डीएम पौड़ी ने शासन से पत्राचार करने के साथ ही तहसील पौड़ी प्रशासन को गोदाम निर्माण के लिए भूमि चयनित किए जाने के निर्देश दिए थे। तहसील प्रशासन ने पांच नाली भूमि चयनित कर प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जिसमें मिट्टी की जांच सहित अन्य औपचारिकताएं पूर्ण की जा रही हैं। गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!