ऋषिकेश। खारास्रोत में अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में पांचवें दिन गुरुवार को भी स्थानीय लोग धरना-प्रदर्शन के लिए जुटे। इस दौरान अनशन पर बैठे दो युवकों की तबीयत ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने उठाकर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया। यही नहीं प्रदर्शनकारियों को हटाते हुए संयुक्त टीम ने सुबह करीब दस बजे शराब की दुकान भी खुलवा दी। इसके विरोध में लोगों ने जमकर हंगामा किया। बाद में शराब की दुकान के नजदीक धरना शुरू कर दिया। मुनिकीरेती स्थित खारास्रोत में गुरुवार सुबह अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने के बाद तनाव की स्थिति बनी रही, जिसके चलते हरिद्वार और देहरादून जिले से आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम मौके पर पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों के विरोध के चलते उन्हें बामुश्किल पुलिस और आबकारी कर्मचारियों ने दुकान से करीब सौ मीटर दूर किया। आक्रोशित लोग यहीं दरी और गद्दे बिछाकर धरने पर बैठ गए। उन्होंने शराब की दुकान बंद कराने की मांग को दोहराते हुए जमकर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए उन्होंने सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए। पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत ने कहा कि यह सरासर मनमानी है। कुंभ और तीर्थक्षेत्र होने के बावजूद यहां शराब की दुकान खोली गई है। इसी दुकान के पास पांच दिन पूर्व युवक अजेंद्र कंडारी की हत्या कर दी गई। लिखित में आश्वासन देने के बाद भी फिर से दुकान को खोल दिया गया है। कहा कि इस मनमानी के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो, इसके लिए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। वहीं, गुरुवार सुबह से ही पुलिस और आबकारी की टीम ने स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर अनशकारी संदीप भंडारी और राजन बिष्ट को एम्स में भर्ती कराया।