धूमधाम से मनाया गया भगवान कार्तिकेय की जयंती और गुरु छठ पर्व
देवताओं के सेनापति हैं भगवान कार्तिकेयरू रविंद्रपुरी
हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में भगवान कार्तिकेय की जयंती और गुरु छठ पर्व धूमधाम से मनाया गया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी के सानिध्य में संतों ने सर्वप्रथम भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना कर आरती उतारी। पंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी में कार्यक्रम में अनन्या भटनागर ने गणेश वंदना के बाद मानो तो मैं गंगा मां हूं, शिव भजन नमो नमो शंकरा, रामभजन की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि तीनों लोकों में हाहाकार मचा रहे तारकासुर के संहार के लिए जन्मे भगवान कार्तिकेय निरंजनी अखाड़े के आराध्य हैं। भगवान शिव व माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर संसार को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई। उन्होंने सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान सूर्य की आराधना को समर्पित छठ पर्व पर पूर्वांचल के लोग गंगा तटों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर अपने परिवारों की सुख-समृद्घि की कामना करते हैं। सच्चे मन से की गई प्रार्थनाओं का अवश्य ही पुण्य फल प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि भगवान कार्तिकेय देवताओं के सेनापति हैं। इनकी उपासना बड़े ही सरल एवं शांत ढंग से की जाती है। श्रीमहंत रामरतन गिरि ने कहा कि भगवान कार्तिकेय समस्त जगत के तारणहार हैं। सांसद ड़ रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, जिलाध्यक्ष ड. जयपाल सिंह चौहान, ओम प्रकाश जमदग्नि, अनिल अरोड़ा ने पहुंचकर संतों से आशीर्वाद लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरि और संचालन ड़ सुनील कुमार बत्रा ने किया। इस मौके पर श्रीमहंत बलराम भारती, महामंडलेश्वर संतोषी माता, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, श्रीमहंत दिनेश गिरि, महंत बलबीर गिरि, द्गिंबर राजगीरी, श्रीमहंत नरेश गिरी, द्गिंबर गंगा गिरि, द्गिंबर उमेश भारती, श्रीमहंत शिव वन, द्गिंबर आनंद गिरि, महंत शिव वन, महंत प्रेम दास, सतपाल ब्रह्मचारी, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, पूर्व राज्यमंत्री संजय सहगल, सीएम के ओएसडी ष्ण कुमार मदान, आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम सिंह, प्रदीप शर्मा, मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा, बिंदु गिरि, ट्रस्टी द्गिंबर राजगिरि आदि उपस्थित रहे।