जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : द लोनी अरबन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिप्ट को-आपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी) कंपनी के निवेशकों का धरना 13वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान पीड़ितों ने कंपनी की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ भी किया। कहा कि यदि जल्द डूबी हुई रकम वापस नहीं मिली तो वह आंदोलन को मजबूर होंगे।
शनिवार को एलयूसीसी पीड़ित तहसील में एकत्रित हुए। यहां उन्होंने कंपनी की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया। कहा कि कंपनी ने उन्हें सरकार से मान्यता प्राप्त होने की बात कही थी। जिस पर भरोसा कर उन्होंने अपनी मेहनत से जोड़ी रकम कंपनी में निवेश कर दी। बताया कि अब कंपनी के संचालक फरार हो गए हैं। साथ ही जितने भी कार्यालय खोले गए थे वह भी बंद हो गए हैं। ऐसे में निवेशकों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सरकार को कंपनी संचालकों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। इस मौके पर रेखा देवी, रजनी रावत, कविता बिष्ट, ज्योति नेगी, सुनीता नेगी, कल्पना नेगी, विनीता रावत, सुमन गुसाईं, राजवीर बिष्ट, हेमा पंवार, सुनील कुमार, ममता देवी, ममता रावत आदि मौजूद रहे।