जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पिछले कई दिनों से तहसील में धरना दे रहे द लोनी अरबन मल्टी स्टेट एंड थ्रिप्ट को-आपरेटिब सोसाइटी (एलयूसीसी) पीड़ितों ने अब गाड़ीघाट स्थित मुक्ति धाम में अपना अनशन शुरु कर दिया है। कहा कि लगातार आंदोलन के बाद भी उनकी अनदेखी की जा रही है। ऐसे में अब उन्होंने धरने के लिए मुक्तिधाम की भूमि को चिह्रित किया है।
बुधवार को मुक्तिधाम में बैठे पीड़ितों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि शासन-प्रशासन उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है। अभी तक सीबीआई की जांच शुरू तक नहीं हो पाई है। कहा कि निवेशक अब एजेंटों से अपनी जमा धनराशि को वापस मांग रहे है, जिससे उन्हें मानिसक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। कहा कि शासन-प्रशासन को कंपनी के फरार संचालकों को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए, साथ ही उनकी डूबी रकम को वापस दिलाना चाहिए। कहा कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा तब तक वे मुक्तिधाम में क्रमिक अनशन पर बैठे रहेंगें। इस मौके पर प्रेम सिंह नेगी, राजेंद्र नेगी, लक्ष्मण बिष्ट, वीरेंद्र रावत, संदीप सिंह, पूजा, आरती, अनीता, रीता, दीपा नेगी, नीलम, शोभा कुकरेती, रजनी रावत, रेखा देवी, ममता रावत, अंजू डोबरियाल, बबीता रावत, हंस लता, अर्चना, विजेंद्र रावत, सुरेश नेगी मौजूद रहे।