पशुओं में फैल रही लंपी बीमारी ने बढ़ाई पशुपालकों की चिंता
कोटद्वार व भाबर क्षेत्र में सौ से अधिक पशुओं की हो चुकी है मौत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: कोटद्वार व भाबर क्षेत्र में पैर पसार रही लंपी बीमारी ने पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है। अब तक बीमारी के कारण सौ से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालकों ने अधिकारियों से टीकाकरण में तेजी लाने की मांग की है। कहा कि पशुओं की मौत से उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा होने लगा है।
कोटद्वार व भाबर क्षेत्र में अधिकांश लोग पशुपालन पर ही निर्भर हैैेंं, लेकिन वर्तमान में लगातार बढ़ रही लंपी बीमारी ने पशुपालकों ंकी चिंंता बढ़ा दी है। पशुपालकों का आरोप है कि पशु चिकित्सालयों में दवाई नहीं मिल रही है। कोटद्वार शहर समेत भाबर के 73 गांवों में पशु चिकित्सालय के नाम पर कोटद्वार और कलालघाटी में दो चिकित्सालय हैं। यहां पशुधन प्रसार अधिकारियों के माध्यम से टीकाकरण होने के दावे किए जा रहे हैं। सच तो ये है कि कई गांवों में अभी डॉक्टर तो दूर फार्मेसिस्ट और पशुधन प्रसार अधिकारी भी नहीं पहुंच पाए हैं। अकेले कोटद्वार भाबर में तीन हजार से अधिक पशु बीमारी की चपेट में बताए जा रहे हैं। भाबर क्षेत्र में सर्वाधिक संक्रम के बावजूद यहां अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती नहीं की गई है न ही टीकाकरण की टीम भेजी गई। सबसे बुरा हाल कोटद्वार चिकित्सालय से जुड़े गांवों में हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने जिले से अतिरिक्त स्टाफ व डॉक्टरों को यहां तैनात करने के निर्देश दिए थे, अब तक धरातल की स्थिति जस की तस है।