चंपावत में बड़ा हादसा, सरकारी प्राइमरी स्कूल में शौचालय की छत गिरने से कक्षा तीन के छात्र की मौत, पांच घायल
चंपावत/लोहाघाट । चंपावत जिले के पाटी विकास खंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकांडा में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया। स्कूल में बने पुराने व जर्जर शौचालय की छत गिरने से एक बच्चे की मृत्यु हो गई, जबकि पांच बच्चे घायल हो गए।
सूचना के बाद पाटी की एसडीएम रिंकू बिष्ट एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बाद में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी भी विद्यालय पहुंच गए। घायल बच्चों को एबुंलेंस से प्राथमिक चिकित्सालय पाटी लाया गया, जहां से उन्हें लोहाघाट अस्पताल भेजा गया है। घायल बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बुधवार सुबह भोजन अवकाश के दौरान कुछ बच्चे विद्यालय में बने पुराने शौचालय की छत पर खेलने चले गए। भोजन अवकाश खत्म होने के बाद जब शिक्षक बच्चों को क्लास में जाने को कह रहे थे कि तभी 10:40 बजे दर्दनाक हादसा हो गया और शौचालय की छत भरभराकर गिर गई। छत के साथ ही बच्चे भी नीचे गिरकर मलबे में दब गए। इस घटना में कक्षा तीन के आठ वर्षीय छात्र चंदन सिंह पुत्र गोधन सिंह, चंदन का बड़ा भाई कक्षा पांच का छात्र 10 वर्षीय रिंकू सिंह, कक्षा चार की नौ वर्षीय छात्रा शगुन पुत्री श्याम सिंह और उसकी बहन कक्षा तीन की सात वर्षीय छात्रा सोनी, कक्षा तीन की छात्रा छह वर्षीय हसीना पुत्री कैलाश सिंह, कक्षा पांच के छात्र नौ वर्षीय हिमांशु पुत्र कैलाश राम घायल हो गए।
घटना में गंभीर रूप से घायल छात्र चंदन सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि अन्य पांच छात्र घायल हो गए। विद्यालय के प्रधानाचार्य देवराम ने बताया कि बच्चों को मलबे से निकालकर एबुंलेंस से अस्पताल भेजा गया। उन्होंने बताया कि बच्चों को छतों में खेलने से बार-बार मना किया जा रहा था। फिर भी बुधवार को शिक्षकों के आंखों से ओझल होकर वे पुराने शौचालय की छत पर चढ़ गए।
इधर घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, एसडीएम पाटी रिंकू बिष्ट, डीईओ बेसिक चंदन बिष्ट भी विद्यालय पहुंचे। डीएम ने पीडिघ्त अभिभावकों को ढांढस बंधाया। कहा कि प्रशासन मृतक और घायल बच्चों के स्वजनों के साथ खड़ा है। डीएम ने सीईओ को घटना की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इस घटना से विद्यालय में कोराम मच गया है। मृतक बच्चे के स्वजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सीईओ जितेंद्र सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक बच्चे के स्वजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उनका कहना है कि दुख की इस घड़ी में शिक्षा विभाग उनके साथ खड़ा है।
घटना अत्यंत दुखद है। विद्यालय में एक अन्य शौचालय भी बना है। जो छात्रों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा है। जिस शौचालय की छत गिरने से दुर्घटना हुई वह निष्प्रयोज्य था। मध्यावकाश में खेल-खेल में बच्चे शौचालय की छत पर चले गए। भार अधिक होने के कारण छत गिर गई और यह दुखद घटना हुई। घायल तीन छात्र-छात्राओं की हालत खतरे से बाहर है।
– जितेंद्र सक्सेना, सीईओ चम्पावत