सियाचिन ग्लेशियर में सेना के बंकर में लगी भीषण आग, कैप्टन बलिदान; 3 सैन्यकर्मी घायल
जम्मू, एजेंसी। पश्चिमी लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार तड़के सेना के बंकर में आग लगने से एक कैप्टन बलिदान व तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए। सियाचिन ग्लेशियर में बंकर में आग लगने की घटना में बलिदान हुए अधिकारी की पहचान मेडिकल ऑफिसर, कैप्टन अंशुमन सिंह के रूप में हुई है।
सूत्रों के अनुसार, आग लगने से घायल तीन सैन्य कर्मियों में के एक लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का अधिकारी भी है। बंकर में आग लगने से घायल हुए सभी सैन्य कर्मियों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से बुधवार को चंडीगढ़ ले लाया गया है।
बताया गया कि सियाचिन में अपने बंकर के निकट आयुध भंडार में आग लगने के बाद कैप्टन अंशुमन चपेट में आए सैनिकों को बचाने के लिए आ गए। वह जवानों को बचाते हुए बुधवार तड़के बलिदान हो गए।
कैप्टन अंशुमन सिंह आम्र्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज से पासआउट होने के बाद सेना की मेडिकल कोर में भर्ती हुए थे। इस समय वह लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। लेह के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल पीएस सिद्धू ने रेजीमेंट के मेडिकल अधिकारी के बलिदान होने की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि धुएं व आग में झुलसे तीन सैन्य कर्मियों की हालत स्थिर है। इसी बीच बलिदान हुए अधिकारी कहां के रहने वाले हैं, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नही मिल पाई है। सेना के एम्युनिशन बंकर में आग बुधवार सुबह तीन बजे के करीब लगी थी।
आयुध भंडार में धमाकों के साथ लगी आग में सेना के कुछ बंकर भी चपेट में आ गए। आग लगने के बाद जवानों ने आगे को बुझाने के साथ इसकी चपेट में आए सैनिकों को निकालने की कार्रवाई शुरू कर दी। शुरुआती जांच में यह कहा जा रहा है कि सियाचिन में सेना के बंकर में बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लगी है। सेना ने इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं।