प्राकृतिक खेती को बनाएं जनआंदोलन: पीएम मोदी
-प्राकृतिक और जीरो बजट फार्मिंग पर आयोजित कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री
-कहा, पंचायत का कम से कम एक गांव जरूर प्राकृतिक खेती से जुड़े
नई दिल्ली, एजेंसी : प्राकृतिक और जीरो बजट फार्मिंग पर गुजरात में चल रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक खेती के फायदों के बारे में बताया और कहा कि इसका सबसे ज्यादा लाभ छोटे किसानों को होगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन का रूप दिया जाए।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नरेंद्र सिंह तोमर शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने वर्चुअली कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती से जिन्हें सबसे अधिक फायदा होगा, वो हैं देश के 80 फीसद किसान। वो छोटे किसान, जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है। इनमें से अधिकांश किसानों का काफी खर्च, केमिकल फर्टिलाइजर पर होता है। अगर वो प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ेंगे तो उनकी स्थिति और बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि से जुड़े हमारे प्राचीन ज्ञान को हमें न सिर्फ फिर से सीखने की जरूरत है, बल्कि उसे आधुनिक समय के हिसाब से तराशने की भी जरूरत है। इस दिशा में हमें नए सिरे से शोध करके प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक फ्रेम में ढालना होगा। उन्होंने कहा कि केमिकल और फर्टिलाइजर ने हरित क्रांति में अहम रोल निभाया है, लेकिन इसके विकल्पों पर भी साथ ही साथ काम करते रहने की जरूरत है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि इस कान्क्लेव के दौरान हजारों करोड़ रुपये के समझौते पर भी चर्चा हुई है। उन्होंने कहा, खेती के अलग अलग आयाम हों, फूड प्रोसेसिंग हो या प्राकृतिक खेती हो ये विषय 21वीं सदी में भारतीय कृषि का कायाकल्प करने में बहुत मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 6-7 सालों में किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। ये कान्क्लेव गुजरात में जरूर हो रहा है, लेकिन इसका असर पूरे भारत के लिए है। भारत के हर किसान के लिए है। इसके साथ ही उन्होंने सभी राज्यों से प्राकृतिक खेती को जनआंदोलन बनाने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि हर पंचायत का कम से कम एक गांव जरूर प्राकृतिक खेती से जुड़े, ये प्रयास हम कर सकते हैं।
प्राकृतिक खेती को अपना रहे देश के किसान : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे देश में प्राकृतिक खेती को किसान अपनाएं इसके लिए पीएम मोदी ने मुहिम को गति देने का निश्चय किया है। देश के किसान इसे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, आजादी के बाद जीडीपी में कृषि के योगदान को सार्थक तरीके से बढ़ाने के रूप में पहल गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने की थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ‘गुजरात खेती और सिंचाई की दृष्टि से बहुत अच्छा प्रांत नहीं माना जाता था, यहां पीने के पानी की कमी भी बहुत थी। सरकारें तो बहुत आईं और गईं, लेकिन नरेंद्र मोदी ने भागीरथ बनकर गुजरात में पानी को बढ़ाया और खेती को भी समृद्ध बनाने का काम किया।’