मालन पुल पुननिर्माण की कवायद शुरू, विशेषज्ञों ने किया निरीक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मालन पुल के पुननिर्माण की कवायद शुरू हो गई है। रविवार को आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञों ने क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया। पुल के पिल्लर वेल फाउंडेशन तकनीक पर बनाए जाएंगे। जबकि, अन्रू स्ट्रक्टर पुराना ही रहेगा।
मालूम हो कि वर्षाकाल के दौरान मालन नदी पर बना पुल धराशायी हो गया था। जिसके बाद कोटद्वार व भाबर के लिए आवाजाही करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने धराशायी पुल के समीप वैकल्पिक मार्ग तैयार किया। ऐसे में पुल के पुननिर्माण की कवायद शुरू हो गई है। डिजायन के साथ ही निर्माण के लिए बनाई गई डीपीआर को शासन को भेज दिया गया है। शासन से स्वीकृति मिलते ही टेंडर निकाल दिए जाएंगे। रविवार को आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर केके पाठक की अगुवाई में विशेषज्ञों के दल ने मालन नदी में पहुंचकर धरातलीय निरीक्षण किया। उनके साथ लोनिवि के अधीक्षण अभियंता पीएस बृजवाल और अधिशासी अभियंता डीपी सिंह मौजूद थे। अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने बताया कि मालन पुल पर तमाम अध्ययन के बाद आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञों ने पुल का डिजाइन फाइनल कर लिया है। पुल के सभी 12 पिलर को वेल फाउंडेशन तकनीक पर बनाया जाएगा। पिलर को छोड़कर अन्य स्ट्रक्चर पुराना ही रहेगा जिसे मशीनों से उतारा और रखा जाएगा। पुल के निर्माण के लिए 28.01 करोड़ की लागत आएगी।