मालन नदी से मकानों व खेतों के बहने का बना खतरा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मालन नदी से नदी के आसपास की बस्तियों के मकान और खेतों के बहने का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मालन नदी में जेसीबी मशीन लगाकर पानी का बहाव बीच में कराने की मांग की है।
पार्षद सौरव नौडियाल ने बताया कि पत्येक वर्ष बरसात में मालन नदी के उफान पर आन से नदी किनारे लगे नाप खेत की सैकड़ों बीघा भूमि खुर्द-बुर्द हो जाती है। वर्तमान में मालन नदी का बहाव कई बीघा नाप खेतों की ओर बढ़ रहा है। जिस कारण खेतों व आवासीय भवनों के बहने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी मालन नदी के उफान पर आने से सीता देवी का आवासी मकान बह गया था। स्थानीय जनता पिछले काफी समय से नदी किनारे बाढ़ सुरक्षा कार्य करवाने की मांग कर रही है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने उपजिलाधिकारी से मालन नदी में जेसीबी मशीन लगाकर नदी के बहाव को बीच में करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नाप खेत व आवासीय भवनों की सुरक्षा करना अति आवश्यक है। ज्ञापन देने वालों में बलवीर सिंह, बाबूराम, कृष्ण कुमार, सीता देवी, कमलेश, सरिता आदि शामिल थे।