कोरोना से बेवजह घबराए नहीं, सावधानी की जरुरत है: ममता बनर्जी

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कोलकाता, देश में कोविड संक्रमण के मामले मु_ी भर ही हैं और बेवजह चिंता करने की कोई बात नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया कि स्थिति अभी उस स्तर पर नहीं पहुंची है। आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नबान्न में कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने संदेश दिया, कोविड को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है।सीएम ममता ने कहा, जिन लोगों को को-मॉर्बिडिटीज हैं, जिन्हें सर्दी-खांसी है, उन्हें डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर उन्हें सरकारी अस्पताल में इलाज मिलेगा तो उन्हें इलाज के नाम पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। हम अभी इस पर कोई फैसला नहीं ले रहे हैं, अभी ऐसी स्थिति नहीं आई है। सीएम ने कहा कि आपलोग सरकारी अस्पतालों पर भरोसा कर सकते हैं ताकि बिना पैसे का बेहतर इलाज हो सके। बाहरी अस्पतालों में क्या हो रहा है वह इस वक्त नहीं कह सकती लेकिन लोगों के लिए सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से उपलब्ध है। सीएम ने आगे कहा कि, चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन न्होंने विभिन्न विभागों के साथ बैठक की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर प्रशासनिक स्तर पर मुकाबला किय़ा जा सके।
सीएम ममता ने कहा, अभी खतरे की स्थिति नहीं बनी है। भारत में 1.3 बिलियन लोग रहते हैं। उसमें से पूरे भारत में लगभग 4-5 हज़ार मामले सामने आए हैं। उन्होंने राज्य के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, अभी कोविड को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है। सामान्य स्थिति बनी रहेगी।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने एहतियात बरतने के लिए जरूरी कदम उठाने की भी सलाह दी। उन्होंने खास तौर पर उन लोगों से अनुरोध किया जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां (सह-रुग्णताएं), फेफड़े या हृदय की समस्याएं हैं और बुजुर्गों को सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार सर्दी-जुकाम होने पर छाती में कफ होने के बावजूद सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में ममता ने डॉक्टर को दिखाने और जरूरी इलाज कराने की भी सलाह दी। इस मामले में उन्होंने बेवजह खर्च से बचने के लिए सरकारी अस्पताल में इलाज कराने की भी सलाह दी। मुख्यमंत्री ने कहा, अगर आपको सर्दी-जुकाम है तो डॉक्टर को दिखाएं। सरकारी अस्पताल में इलाज कराने की कोशिश करें। तब आप बेवजह किसी बीमारी के नाम पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं करेंगे। जिन्हें वाकई इसकी जरूरत है, उन्हें जो कुछ भी देने की जरूरत है, वह सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री इस बात का भी जिक्र किया गया कि कोरोना का टीका अब आ चुका है और सभी लोग इसे ले चुके हैं। राज्य के लोगों से न घबराने का अनुरोध करते हुए ममता ने कहा कि यह एक तरह का इन्फ्लूएंजा है। उनके शब्दों में, बरसात और सर्दियों के मौसम में थोड़ी ठंड होती है। उसका स्तर भी कम हो गया है।
नबान्न में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. योगीराज रॉय भी शामिल थे। उन्होंने भी भरोसा दिलाया कि कोरोना के ताजा वेरिएंट को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। योगीराज ने कहा, कोरोना वायरस की पिछली बड़ी लहर ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए थी। वह थोड़ा संशोधित वैरिएंट है। यह ओमिक्रॉन का ही एक उपप्रकार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अभी तक इसे ‘चिंता का वेरिएंट’ (जिसका व्यापक प्रभाव है) के रूप में उल्लेख नहीं किया है। मुझे उम्मीद है कि यह सामान्य सर्दी-खांसी-बुखार की तरह होगा और जल्दी ठीक हो जाएगा।
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