मांडाखाल वासियों ने की गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। मांडाखाल क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने किशोरी पर हमला करने वाले गुलदार को आदमखोर घोषित किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में काफी लंबे समय से गुलदार सक्रिय है, जिसकी सूचना वन विभाग को भी दी गई थी। लेकिन विभाग की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
बीते शुक्रवार को मांडाखाल क्षेत्र में गुलदार ने दिनदहाड़े एक किशोरी पर हमला कर घायल कर दिया था। किशोरी अपनी बुआ के साथ मवेशियों को वापस लाने जंगल जा रही थी। इसी दौरान अचानक गुलदार ने किशोरी कंचन पर हमला कर दिया। इस दौरान किशोरी ने गुलदार के साथ संघर्ष किया। बुआ के शोर मचाने पर गुलदार कंचन को छोड़ कर भाग गया। स्थानीय निवासी रोजर विक्टर व स्वजन कंचन को निजी वाहन से जिला चिकित्सालय पौड़ी लाए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने कंचन को राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर रैफर कर दिया। शनिवार को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंप गुलदार को आदमखोर घोषित किए जाने की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि गुलदार को आदमखोर घोषित नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। वन क्षेत्राधिकारी अनिल भट्ट ने बताया कि गुलदार के हमले में घायल किशोरी को 15 हजार की धनराशि मुआवजे के तौर पर दे दी गई है। गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में ट्रेप कैमरे व पिजरा लगाया जा रहा है।