मानदेय नहीं मिलने पर आशाओं ने ड्यूटी से किया इनकार
चम्पावत। आशा कार्यकत्रियों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक कर अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने 10
हजार रुपये मानदेय न देने पर कोरोना माहामारी के चलते क्वारंटाइन सेंटर से संबंधित सभी ड्यूटी करने से इनकार कर
दिया है। बुधवार को आशा कार्यकत्रियों ने एसडीएम आरसी गौतम और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जुनैद कमर को अपनी
समस्याएं बताई। उन्होंने कहा कि वह बीते तीन माह से अपने पूर्व के कार्यों के अतिरिक्त गांव और नगर में कोरोना से
संबंधित हर ड्यूटी कर रही हैं। संक्रमण से बचने के लिए उन्हें पीपीई किट तो दूर एक अदद मास्क तक नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार आशाओं को एक हजार रुपया देने की बात कह रही है। जबकि ड्यूटी के दौरान हजारों खर्च हो
रहे हैं। आशाओं ने एक स्वर में कहा कि अगर उनको सरकार हर महीने का 10 हजार रुपया मानदेय नहीं देती है तो वह
कोरोना से संबंधित कोई भी ड्यूटी नहीं करेंगी। एसडीएम ने उनकी समस्याओं को सुनकर जिलाधिकारी तक पहुंचाने का
भरोसा दिया। स्वास्थ्य विभाग ने आशा कार्यकत्रियों को मास्क वितरित किए। यहां रीता सिंह, पदमा प्रथौली, पार्वती देवी,
दीपा धौनी, निर्मला पंत, सावित्री देवी, निर्मला पुनेठा, अनीता बोहरा, शीला देवी, हेमा जोशी, चम्पा पांडेय, मंजू राय,विमला
देवी आदि मौजूद रहीं।