हिसार , हरियाणा में आगामी चुनावी गतिविधियों के बीच कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हिसार विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। उनके साथ पूर्व नगर निगम चेयरमैन बिहारीलाल राड़ा, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रोहित, हिसार लोकसभा युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र सनेत समेत एक दर्जन नेता भी कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हो गए।इन सभी नेताओं को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पार्टी की पगड़ी पहनाकर विधिवत रूप से भाजपा में शामिल कराया। इस राजनीतिक घटनाक्रम को भाजपा के लिए बड़ी जीत और कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
रामनिवास राड़ा व अन्य नेता भाजपा में क्यों शामिल हुए?
रामनिवास राड़ा व उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के पीछे कई राजनीतिक समीकरण बताए जा रहे हैं। वहीं, भाजपा ने भी उन्हें पार्टी में शामिल कर हिसार की राजनीति में अपनी स्थिति मजबूत करने के संकेत दिए हैं। इस मौके पर रामनिवास राड़ा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नीतियां और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश में किए जा रहे विकास कार्य सराहनीय हैं। मैं खुद भी हरियाणा की जनता की सेवा करना चाहता हूं, इसलिए भाजपा में शामिल हुआ हूं।
कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा को मजबूती
हिसार में हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पिछले विधानसभा चुनाव में रामनिवास राड़ा कांग्रेस प्रत्याशी थे, ऐसे में उनका भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए संघर्षपूर्ण साबित हो सकता है। वहीं, पूर्व नगर निगम चेयरमैन बिहारीलाल राड़ा और युवा कांग्रेस के कई बड़े चेहरे भी भाजपा में चले गए, जिससे कांग्रेस की जमीनी पकड़ कमजोर हो सकती है। यह घटनाक्रम भाजपा के लिए चुनावी बढ़त साबित हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस के इन नेताओं का हिसार लोकसभा सीट और विधानसभा क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव है।
भाजपा का मिशन 2024—विपक्षी खेमे में सेंधमारी जारी
हरियाणा में भाजपा लगातार विपक्षी दलों के प्रभावशाली नेताओं को अपने पाले में लाने में लगी हुई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा मजबूत संगठन बनाने की रणनीति पर काम कर रही है। कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह सिलसिला भविष्य में भी जारी रह सकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस की कमजोर होती स्थिति का फायदा भाजपा उठा रही है। हिसार में माहौल पहले से ही भाजपा के पक्ष में था, अब कांग्रेस नेताओं के शामिल होने से पार्टी और मजबूत होगी। यह हिसार में कांग्रेस के लिए राजनीतिक संकट का संकेत है, वहीं भाजपा को इससे काफी फायदा हो सकता है।
अब देखना यह है कि कांग्रेस इस झटके से कैसे उबरती है और आगामी चुनावों में क्या रणनीति अपनाती है। वहीं भाजपा इस मौके को भुनाने और चुनावी समीकरणों को अपने पक्ष में करने की पूरी कोशिश कर रही है।