अल्मोड़ा। शहरी क्षेत्र के पुराने भूमि अभिलेखों के असंगठित रिकार्ड को आधुनिक विधियों के माध्यम से तैयार करने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया। सहायक नगर आयुक्त नगर निगम अल्मोड़ा भरत त्रिपाठी ने बताया कि देश के 26 राज्यों एवं 03 केन्द्रशासित प्रदेशों में चयनित 162 नगर निकायों में भूमि का आधुनिक विधि से सर्वेक्षण, पुर्नसर्वेक्षण से सम्बन्धित भारत सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट नक्शा कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर नगर निगम सभागार में मंगलवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि नक्शा प्रोजक्ट का लक्ष्य शहरी क्षेत्र के पुराने भूमि अभिलेखों के असंगठित रिकार्ड को आधुनिक विधियों के माध्यम से तैयार करना है। जिससे पारदर्शिता, दक्षता, प्रभावशीलता और आर्थिक विकास सुनिश्चित हो सके। नगर निगम अल्मोड़ा में भूमि/सम्पत्ति का डिजिटलाईजेशन ड्रोन एवं आधुनिक उपकरणों के माध्यम से तीन चरणों में किया जायेगा। प्रथम चरण में नगर क्षेत्र का ड्रोन उपकरणों के माध्यम से एरियल र्वे किये जाने के बाद फील्ड सर्वे द्वारा प्राप्त किये गये डेटा को एकत्रीकरण करते हुए तैयार किये गये अभिलेखों में दावे एवं आपत्ति आमंत्रित किये जाने के बाद शिकायतों के निवारण उपरान्त भू-स्वामित्व सम्बन्धी अभिलेखों का प्रकाशन किया जायेगा। कार्यशाला में महापौर अजय वर्मा ने बताया कि प्रोजक्ट के पूर्ण होने पर नगर क्षेत्र में भूमि रिकार्ड के डिजिटाईजेशन से पारदर्शी तंत्र विकसित होने से भूमि सम्बन्धी विवादों में कमी आयेगी तथा शहरी क्षेत्र में नियोजन हेतु त्वरित एवं प्रभावी निर्णय लिये जा सकेंगे। कार्यशाला में पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान तथा पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी द्वारा अपने विचार रखे। कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा योजना के सम्बन्ध में की गयी पृच्छाओं का समाधान भी किया गया। इस कार्यशाला में समस्त पार्षद, उपजिलाधिकारी सदर संजय कुमार, नायब तहसीलदार, भारतीय सर्वेक्षण विभाग के सर्वेक्षक अधिकारी राजेन्द्र कुमार, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित नगर निगम कर्मचारी उपस्थित रहे।