ऋषिकेश। तीर्थनगरी में 27 अगस्त से शुरू होने वाली गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बाजार में मिट्टी और पीओपी से बनी भगवान गणेश की मूर्तियां दुकानों पर सजने लगी हैं। श्रद्धालु गणेश प्रतिमाएं खरीदने में लगे हैं। गणेश चतुर्थी आने ही वाली है और भगवान गणेश के भक्तों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस साल 10 दिनों तक चलने वाला यह त्योहार 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर तक चलेगा। बाजार में मिट्टी, पीओपी, आदि की मूर्तियां दुकानों पर सजने लगी हैं। मूर्तिकारों ने गणेश प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मूर्तियों पर रंग रोगन से लेकर आकर्षक परिधान चढ़ाये जा रहे है। वहीं बाजार में भी दुकानों पर मूर्तियां सज गई हैं। ऋषिकेश में नगर निगम के समक्ष हरिद्वार मार्ग, सुभाष चौक, मुखर्जी मार्ग आदि जगहों पर गणेश प्रतिमा की दुकाने लग गई हैं। सुभाष चौक के वासु चड्डा, कपिल कुमार, नगर निगम के समक्ष लगी दुकान पर बैठे सलीम ने बताया कि उन्होंने लगभग सभी मूर्तियां बनाकर तैयार कर ली है और उनके पास 100 रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक की मूर्तियां उपलब्ध है। कहा कि पिछले सालों में मिट्टी के गणेश की प्रतिमाओं की मांग बढ़ी है, लेकिन वहीं कुछ ग्राहक मिट्टी की मूर्ति के दाम सुनकर पीओपी की मूर्ति को प्राथमिकता दे रहे है। मिट्टी की मूर्ति हैंडमेड होने के कारण पीओपी की तुलना में महंगी मिलती हैं। मिट्टी की मूर्तियों की बढ़ी डिमांड तीर्थनगरी के बाजारों में गणेश चतुर्थी की तैयारियां अपने चरम पर हैं। शहर में मूर्तियों की बिक्री शुरू हो चुकी है। मिट्टी की मूर्तियों की मांग इस बार प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की मूर्तियों से ज्यादा देखी जा रही है, क्योंकि ये पर्यावरण के लिए अनुकूल हैं और पानी में आसानी से घुल जाती हैं। हरिद्वार रोड में गणेश मूर्ति की दुकान लगाने वाले सलीम ने बताया कि मिट्टी की मूर्तियां विसर्जन के बाद आसानी से पानी में घूल जाती हैं और जल को दूषित होने से बचाती है। जिसकी वजह से इसकी डिमांड ज्यादा है।