ऋषिकेश। शहर में अरसे बाद शनिवार को एमडीडीए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक साथ 21 दुकानों को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। नियम विरुद्ध निर्माण को लेकर हुई इस कार्रवाई से आसपास के क्षेत्र में भी अवैध निर्माणकर्ताओं में हड़कंप की स्थिति दिखी। सुबह से लेकर शाम तक दो जेसीबी लगाकर दुकानों को ध्वस्त किया गया। आपात स्थिति से निपटने के लिए ऋषिकेश कोतवाली और पड़ोसी रानीपोखरी थाने की पुलिस फोर्स मौके पर ही मौजूद रही। शनिवार सुबह अचानक मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की टीम दलबल के साथ गंगानगर पहुंचीं। यहां पहले से ही सील 21 दुकानों को दो जेसीबी से बारी-बारी कर ध्वस्त किया गया। अचानक हुई कार्रवाई से अवैध निर्माणकर्ता को संभलने का मौका तक नहीं मिला। भारी पुलिस फोर्स ने दुकानों के ठीक सामने मार्ग पर भी आवागमन प्रतिबंधित कर रखा था। जेसीबी से ध्वस्त की जा रही दुकानों को देखने के लिए स्थानीय लोग भी जुटे। कार्रवाई में पुलिस बल की मौजूदगी के चलते कोई विरोध देखने को नहीं मिला। एक राजनीतिक दल के कुछ कार्यकर्ता जरूर कार्रवाई पर तरह-तरह के सवाल उठाते नजर आए। वहीं, दशकर पहले हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण से मूसरी-देहरादून विकास प्राधिकरण में मर्ज हुए ऋषिकेश क्षेत्र में सीलिंग से इतर यह पहली इतनी बड़ी कार्रवाई हुई। ध्वस्तीकरण के बाद क्षेत्र में सील हुए अन्य अवैध निर्माणों पर भी हथौड़ा चलने की आशंका बढ़ गई है।