श्रीनगर गढ़वाल। नगर निगम श्रीनगर की मेयर आरती भंडारी ने मंगलवार को पशु वधशाला संचालक और मीट विक्रेताओं के साथ बैठक की। जिसमें मेयर ने विक्रेताओं को मीट की स्लाटिंग पशुवधशाला में किये जाने के निर्देश दिये। साथ ही स्पष्ट किया कि यदि विक्रेता अपनी-अपनी दुकानों में मांस की स्लाटिंग करते हुए पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान मीट विक्रेताओं ने नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा पशु वधशाला को बीते 17 जून को खोला गया है, जबकि वहां किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं बनाई गयी है। इसके अलावा नगर निगम प्रति (चिकन और मटन) के अनुसार कर बढ़ाने की बात कर रहा है जो कि उनके हित के बाहर है। मीट विक्रेता मुकेश, दिनेश, मो. सलीम, शाहिद, दानिश, मो. जाहिद आदि ने बताया कि वह 2022 से पशु वधशाला का कर 5000 रुपये प्रतिमाह दे रहे हैं। बताया कि निगम जहां मांस काटने की अनुमति दे रहा है, वहां न तो मुर्गों को रखने के लिए जाला है, न ही पानी और अन्य उचित व्यवस्था बनाई गई है। बताया कि पूर्व में निगम की पशु वधशाला संचालक द्वारा प्रति चिकन पर 8 रुपये लिये जाते रहे हैं, जिसे अब बढ़ाकर 25 रुपया और मटन पर 120 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये कर वसूलने की बात की जा रही है, जिससे विक्रेताओं में नाराजगी है। बताया कि इससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। विक्रेताओं ने पूर्व की भांति तय कर पर ही पशु वधशाला को संचालित करने की मांग की है। इधर, सहायक नगर आयुक्त रविराज बंगारी ने बताया कि निगम द्वारा संचालक ठेकेदार को मीट विक्रेताओं के साथ सामंजस्य बैठाकर जल्द पशु वधशाला को सुचारु रूप से शुरू करने के निर्देश दिए हें। बैठक में एसएनए गायत्री बिष्ट, कर अधीक्षक सुशील कुरील, सफाई व स्वास्थ्य निरीक्षक शशि पंवार, पार्षद आदि मौजूद रहे।