चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
रुद्रपुर। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ड़ धन सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि जिला अस्पतालों से बेहद गंभीर मामलों के सिर्फ पांच फीसदी मरीज ही रेफर किए जाएं। अस्पताल से मरीज को रेफर करने पर डक्टर को रेफरल रजिस्टर में स्पष्ट शब्दों में कारण अंकित करना होगा। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनेगी, सीएमओ सचिव होंगे। किन हालत में मरीज को रेफर किया गया है, इसकी पूरी मनीटरिंग होगी। मंगलवार को रुद्रपुर पहुंचे मंत्री रावत ने कलेक्ट्रेट स्थित ड़ एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप सभी नागरिकों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के हर बच्चे का जन्म से ही हेल्थ कार्ड बनेगा। ड़ रावत ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी आउटसोर्स से स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वय और टैक्नीशियनों की भर्ती कर स्टाफ के मानक पूरे करें। शहरी क्षेत्रों में भी वेलनेस सेंटरों की स्थापना की जाये। उन्होंने कहा कि मरीजों को अस्पतालों के अधिक चक्कर न लगाने पड़े। यदि आवश्यकता हो तो मरीजों को सप्ताह से लेकर एक माह तक की दवाइयां एक साथ उपलब्ध करायी जायें। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार की जांचों पर पैनी नजर रखें और बिना परीक्षण जांच रिपोर्ट नहीं आनी चाहिए। चयनित डायग्नोस्टिक्स की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखने के निर्देश दिये।