जोशीमठ के अस्तित्व बचाने को पीएम को भेजा ज्ञापन
श्रीनगर गढ़वाल : ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने को लेकर त्वरित गति से कार्य किए जाने और मध्य हिमालय के संवेदनशील इलाकों में विकास की दिशा को पटरी में लाने के लिए एक नई कार्ययोजना तैयार किए जाने की मांग की है। इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी श्रीनगर के माध्यम से पीएम को भेजे ज्ञापन में आइसा छात्र संगठन और गढ़वाल विवि छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष अंकित उछोली, अतुल रावत, करन, अनमोल, सचिन, पायल ने कहा कि उत्तराखंड का ऐतिहासिक जोशीमठ नगर गंभीर संकट से गुजर रहा है। यह ऐसा संकट है जिसने इस महत्वपूर्ण शहर के अस्तित्व को ही खतरे में डाल दिया है, लेकिन इस संकट से निपटने के लिए जिस तत्परता और तेजी की आवश्यकता है, उस हिसाब से राज्य सरकार की कार्यवाही नदारद है। कहा कि बड़े खेद का विषय है कि वर्ष 2013 की केदार आपदा के बाद भी केंद्र और राज्य सरकार का उत्तराखंड में विकास हेतु नीतियों मैं कोई बदलाव नहीं हुआ। (एजेंसी)