जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विश्व वानिकी दिवस पर पब्लिक इंटर कॉलेज सुरखेत में इको क्लब व एनएसएस की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही विद्यार्थियों ने पूर्व में लगाए गए पौधों की निराई-गुड़ाई भी की।
गोष्ठी में विचार रखते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी ने बताया कि भारत सहित पूरी दुनिया में शहरीकरण व औद्योगिकीकरण के कारण वनाच्छादित क्षेत्रफल लगातार कम होता जा रहा है। इसका असर जलवायु परिवर्तन से होने वाले अनेक बदलावों के रूप में आज हमारे सामने है। पृथ्वी पर पाये जाने वाले सभी जीव-जंतुओं का जीवन किसी न किसी तरह वनों के अस्तित्व पर निर्भर करता है। वनों का अंधाधुंध कटान व वनाग्नि से वर्षा पैटर्न का अनियमित होना, प्रदूषण का स्तर निरंतर बढ़ते जाना, ग्लोबल वार्मिंग तथा ओजोन परत का क्षय जैंसी घटनाएं प्रकृति के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2012 में 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस घोषित किया था, ताकि विश्व समुदाय को वनों के महत्व तथा वनों से जुड़ी गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस वर्ष विश्व वानिकी दिवस की थीम वन और नवाचार : एक बेहतर दुनिया के लिए नए समाधान निर्धारित की गयी है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने विद्यालय की इको क्लब उद्यान वाटिका के फलदार पेड़ों के थाला निर्माण करके उनकी सिंचाई का कार्य किया। कार्यक्रम में आर्यन चौहान, लोकेश, अंकित पाँथरी, कृष, सुजल नेगी, रिषित, यश, नितेश, तनीश रावत, पिया रावत, मानसी, तनुजा, भावना, संजना, कनिष्का कैंथोला, सृष्टि इशिका आदि मौजूद रहे।