उत्तराखंड

चकराता में न्यूनतम तापमान छह डिग्री , पछुवादून में बढ़ी ठिठुरन

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विकासनगर। चकराता क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी ने दस्तक दे दी है। सर्दी का असर लोगों के रोजमर्रा के जनजीवन पर भी दिखने लगा है। सर्दी के चलते शाम होते ही लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो जाते हैं। इन दिनों क्षेत्र का न्यूनतम तापमान गिरकर छह डिग्री पर पहुंच गया है। बीते एक सप्ताह से चकराता में ठंड का एहसास होने लगा है। दोपहर तक खिली धूप में ठंड कुछ कम होती है, लेकिन शाम चार बजते ही सर्दी बढ़ने लगती है। दोपहर बाद चलने वाली सर्द हवाएं लोगों को अपने घरों में कैद होने को मजबूर कर देती हैं। शाम होने से पहले ही बाजार भी सुनसान हो जाता है। शाम को ज्यादा सर्दी होने के कारण दुकानें भी समय से पहले ही बंद हो रही हैं। सर्दी से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों के साथ हीटर अंगीठी व अलाव का सहारा लेने लगे हैं। शुक्रवार को चकराता का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान छह डिग्री दर्ज किया गया। सर्दी बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों को आ रही है। सर्दी के कारण उनका कार्य सुबह देरी से शुरू होता है और शाम को उन्हें जल्दी खत्म करना पड़ता है, जिससे उनकी कमाई पर प्रभाव पड़ा है।
पछुवादून में भी बढ़ी ठिठुरन
सेलाकुई। पहाड़ों पर बढ़ी ठंड का असर मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है। शाम, सुबह चल रही सर्द हवाओं के साथ ही दिन में ठिठुरन बढ़ने लगी है। क्षेत्र में पड़ रही ठंड को देखते हुए निकाय प्रशासन बेसहारा लोगों के लिए रैन बसेरा व अलाव की व्यवस्था के लिए तैयारी में लगा है। अपना स्थायी रैन बसेरा न होने के कारण मंदिर की धर्मशाला में रैन बसेरा बनाने को लेकर मंदिर समिति को प्रस्ताव दिया गया है। अधिशासी अधिकारी एमएल शाह ने बताया कि निकाय क्षेत्र में दिसंबर माह के पहले सप्ताह से 12 जगहों पर अलाव जलाए जाएंगे।

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