मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने शुरू किया कार्यबहिष्कार, अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारियों ने दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुरु कर दिया है। कर्मचारी आंदोलन के दूसरे चरण में आठ अप्रैल तक कार्य बहिष्कार करेंगे। कर्मचारियों ने कहा कि कार्य बहिष्कार के बाद भी मांगों का समाधान नहीं किए जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु की जाएगी।
सोमवार से मुख्यालय पौड़ी में उत्तरांचल फेडरेशन आफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन से जुड़े कर्मचारियों ने दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुरु किया है। इस दौरान कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी किया। कर्मचारियों ने नारेबाजी कर प्रदेश सरकार पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाया। एसोसिएशन के मंडलीय अध्यक्ष सीताराम पोखरियाल ने बताया कि मिनिस्ट्रियल कर्मचारी 10, 16 व 26 वर्ष पर दिए गए एसीपी और एमएससीपी के लाभ की वसूली का आदेश जब तक वापस नहीं लिया जाता चरणवद्घ रुप से आंदोलन जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 35 हजार मिनिस्ट्रियल कर्मचारी हैं, जो सरकार की उपेक्षा से आहत होकर आंदोलन कर रहे हैं। 5 हजार पेंशनर कर्मचारी, 5 हजार सेवारत मिनस्ट्रियल कर्मचारी व भविष्य में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों से एसीपी एवं एमएसीपी के लाभ की कटौती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश सलाहकार सोहन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में करीब 500 से अधिक कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण लटके हुए हैं। जिन्हें विगत दो-तीन माह से पेंशन भी नहीं मिल पाई है। सरकार जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि कार्य बहिष्कार 8 अप्रैल तक जारी रहेगा। बावजूद इसके मांगों का समाधन नहीं होता है, तो 12 अप्रैल को जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना देते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। 13 अप्रैल को एसोसिएशन की बैठक में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। कार्य बहिष्कार करने वालो में एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रेवती नंदन डंगवाल, कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जसपाल रावत, जनपदीय सचिव सजंय नेगी, निखिल कठैत, अरुण उनियाल, प्रदीप सजवाण, दीपक गैरोला, पुष्कर चौधरी, विनोद मेहर, करिश्मा मुयाल, राजकुमारी, ललित मोहन भट्ट, प्रेमचंद ध्यानी, डीपी थपलियाल आदि शामिल रहे।