ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने मोहम्मद मोखबर, 14 साल पहले यूरोपीय संघ की बैन लिस्ट में थे शामिल
ईरान , हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियन की मौत हो गई। ईरान की राष्ट्रपति की मौत के बाद देश की कमान अंतरिम तौर पर 68 वर्षीय मोहम्मद मोखबर को मिली है।1 सितंबर 1955 को जन्मे मोखबर को इब्राहिम रईसी की तरह सर्वोच्च नेता सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के करीबी के रूप में माना जाता है। अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मोहम्मद मोखबर संसद के स्पीकर और न्यायपालिका के प्रमुख हैं। इसके अलावा वह उस तीन सदस्यीय परिषद का हिस्सा हैं, जो राष्ट्रपति की मृत्यु के 50 दिनों के भीतर एक नया राष्ट्रपति चुनाव आयोजित करेगा।
यूरोपीय संघ की प्रतिबंधित सूची में हो चुके हैं शामिल
वर्ष 2010 में यूरोपीय संघ ने मोखबर को उन व्यक्तियों और संस्थाओं की सूची में शामिल किया जिन पर वह परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों में शामिल होने के चलते के लिए प्रतिबंध लगा रहा था। दो साल बाद उन्हें इस सूची से हटा दिया गया। वर्ष 2021 में इब्राहिम रईसी के राष्ट्रपति चुने जाने पर मोखबर पहले उपराष्ट्रपति बने। इसके अलावा मोखबर ईरानी अधिकारियों की उस टीम का हिस्सा थे, जिसने पिछले साल अक्टूबर में रूस का दौरा किया था। इस दौरे में रूस की सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और अधिक ड्रोन की सप्लाई करने पर सहमति बनी थी। टीम में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दो सीनियर अधिकारी और सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक अधिकारी भी शामिल थे।
स्श्वञ्ज्रष्ठ के प्रमुख रह चुके हैं मोखबर
मोखबर सुप्रीम लीडर से जुड़े इनवेस्टमेंट फंड सेताद (स्श्वञ्ज्रष्ठ) के प्रमुख रह चुके हैं। स्श्वञ्ज्रष्ठ (सेतद एजरैये फरमाने हजरते एमाम) को खामनेई से पहले ईरान के राष्ट्रपति रहे अयातुल्ला रुहोल्लाह खुमैनी के आदेश पर सेटअप किया गया था। यह इमाम के आदेशों को पूरा करने वाली संस्थाओं का मुख्यालय है। इसी ने ईरान की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद छोड़ी गई संपत्तियों को बेचने या मैनेज करने और आय का बड़ा हिस्सा दान में देने का आदेश दिया था। वर्ष 2013 में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सेताद और उसकी देखरेख वाली 37 कंपनियों को स्वीकृत संस्थाओं की सूची में जोड़ा।